IAS Success Story : कोरोना ने बदला जिंदगी का रुख, बदल गया इरादा, NCERT पढ़कर पहले प्रयास में बने IAS, टॉप की UPSC परीक्षा

UPSC Success Story, Success Story, IAS Success Story

UPSC Success Story, Success Story, IAS Success Story : कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया था। इस भयानक समय में अनेक परिवार बिखर गए, लोगों ने अपनों को खोया और कई परिवारों की ज़िंदगी पूरी तरह से बदल गई। इस संकट के समय ने कई लोगों को नयी राह दिखायी और कुछ को जीवन के नए मकसद की खोज में प्रेरित किया।

ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है तमिलनाडु के तिरुपति जिले के निवासी आईएएस अधिकारी पवन दत्त की, जिन्होंने डॉक्टरी की दुनिया को छोड़कर प्रशासनिक सेवा में अपना भविष्य देखा और आईएएस बनने का सपना साकार किया।

शिक्षा और प्रारंभिक जीवन

पवन दत्त का परिवार तिरुपति में एक साधारण जीवन जी रहा था। उनके पिता वेंकटेश्वरलु अन्नमया एलआईसी इंडिया में काम करते हैं और मां एक शिक्षक हैं। बचपन से ही पवन का सपना डॉक्टर बनने का था। उन्होंने हैदराबाद से अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की और इसके बाद तिरुपति के एक मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की। पवन ने हमेशा अपने करियर में उच्च उपलब्धियों की ओर देखा और पढ़ाई में हमेशा तेज रहे।

कोविड-19 का प्रभाव और बदलाव

कोविड-19 महामारी ने पूरी दुनिया को अपने प्रभाव में ले लिया। पवन दत्त ने इस संकट की घड़ी में सिविल सर्विस अधिकारियों की कामकाजी शैली और उनके समर्पण को देखा। यह अनुभव उनके जीवन का एक मोड़ साबित हुआ। महामारी के दौरान जब उन्होंने प्रशासनिक प्रबंधन को नजदीक से देखा, तो उन्हें महसूस हुआ कि वह ज्यादा लोगों की मदद कर सकते हैं। इसके बाद, पवन ने अपने डॉक्टर बनने के सपने को छोड़कर यूपीएससी की तैयारी में जुट जाने का निर्णय लिया।

सिविल सेवा की तैयारी

पवन दत्त ने अपने नए लक्ष्य के लिए तैयारी शुरू कर दी। उन्होंने सबसे पहले यूपीएससी परीक्षा के बेसिक्स को क्लियर किया और ध्यान केंद्रित किया कि कैसे परीक्षा के लिए अपनी तैयारी को मजबूत किया जाए। पवन ने प्रिलिम्स परीक्षा के लिए बेसिक पढ़ाई की और बार-बार रिवीजन किया। मेंस परीक्षा के लिए उन्होंने करंट अफेयर्स के छोटे-छोटे नोट्स तैयार किए और लिखने की गति पर ध्यान केंद्रित किया।

उन्होंने ऑप्शनल विषय के लिए कोचिंग का सहारा लिया और मॉक इंटरव्यू भी दिए। इंटरव्यू के दौरान, उन्हें अपने क्षेत्र से संबंधित प्रश्नों का सामना करना पड़ा, जिनका उन्होंने कुशलता से उत्तर दिया। पवन की तैयारी और समर्पण का परिणाम था कि उन्होंने पहले ही प्रयास में 22वीं रैंक प्राप्त की और अपने परिवार का नाम रोशन किया।

सफलता और प्रेरणा

पवन दत्त की सफलता की कहानी प्रेरणादायक है। उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के दौरान कई बार इमोशनल ब्रेकडाउन का सामना किया, लेकिन उन्होंने हर बार चुनौतियों को पार किया। उनका संदेश है कि यूपीएससी की तैयारी करने वालों को चाहिए कि वे बेसिक्स पर ध्यान दें और परीक्षा को बहुत बड़ा मानकर तनाव न बढ़ाएं। पवन सलाह देते हैं कि जितना हो सके, अभ्यास करें और खुद पर विश्वास रखें।

आईएएस पवन दत्त की यात्रा यह दर्शाती है कि कठिन समय भी नई संभावनाओं की ओर मार्गदर्शक हो सकता है। उनकी कहानी न केवल उनके कठिन परिश्रम और समर्पण की मिसाल है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे एक सच्ची प्रेरणा और दृढ़ संकल्प जीवन के सबसे कठिन समय में भी नए रास्ते खोल सकते हैं।