जांजगीर चांपा। जिला मुख्यालय जांजगीर के हाई स्कूल मैदान में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष सभी दशहरा महोत्सव का अयोजन नगर पालिका के द्वारा रखा गया था.. मुख्यालय का रावण बनाने की जिम्मेदारी हमेशा नगर पालिका की ही होती है. लेकिन इस वर्ष नगर पालिका द्वारा बनाएं रावण को लेकर विवाद शुरू हो गया है. बताया जा रहा है कि रावण का पुतला बनाने में 50 हजार खर्चा हुआ है.लेकिन रावण का पुतला देकर ऐसा लगा नहीं कि इसमें इतनी खर्च आई होगी. इससे यही लगता है कि इसमें भी भारी भरकम भ्रष्टाचार हुआ है.
दूसरी ओर रावण के पुतला में लगे पोस्टर में लिखा शब्द चर्चा का विषय बना रहा. इससे एक विवाद और खड़ा हो गया है आखिरकार रावण के पुतला में किसने यह वाक्य लिखवाया था कि मैं रावण झुकेगा नहीं साला. नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इस तरह गैर जिम्मेदारआना काम करके और विवाद को हवा दे दिया है. सभी नपा अधिकारी को दोषी बता रहे है.
हालांकि इन दिनों नगर पालिका अधिकारी एवं अध्यक्ष के बीच तकरार को लेकर खूब चर्चा है. दोनों के बीच के विवाद की स्थिति भी कई बार कार्यालय में बन चुकी है. एक दूसरे को देख लेने के बाद भी सामने आ चुकी है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह वाकया नगर पालिका अध्यक्ष के लिए था यह नगर पालिका अधिकारी के लिए रहा होगा. हालांकि इस पोस्ट को लगाने के पीछे क्या मकसद था किसी ने नहीं बताया, लेकिन जानकारों की माने तो इसके पीछे किसी नगर पालिका के पार्षद या ठेकेदार का ही हाथ है। जिन्होंने यह काम किया है. लोगों ने इसको बहुत निम्न स्तर का ओछी हरकतें बताया. इस कार्यक्रम में सांसद,विधायक,कलेक्टर एसपी सभी पहुंचे हुए थे सभी के बीच यह चर्चा होता रहा कि आखिरकार ऐसे गैर जिम्मेदारआना कार्य कौन किया है. अब बताया जा रहा है कि उच्च अधिकारियों द्वारा इस मामले में जांच कर संबंधित ऊपर कारवाई हो सकती है।