हाथरस गैंग रेप…कमी हमारे सिस्टम और पुलिस में है – निर्भया की माँ आशा देवी

फटाफट डेस्क – हाथरस गैंग रेप की घटना से पूरे देश में क्रोध व्याप्त है। बीती रात जिस तरह यूपी पुलिस ने पीड़िता का परिवार वालों की मर्जी के खिलाफ जबरन अंतिम संस्कार किया है ये गुस्सा बढ़ता जा रहा है। परिवार वालों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं, मृतिका के भाई ने बयान दिया है कि जब वे थाने रिपोर्ट लिखवाने गए तो पुलिस वालों का कहना था कि लड़की बहाना बना कर लेटी हुई है , और एक साधारण रिपोर्ट दर्ज कर ली। बताया जा रहा है की इस घटना में हाथरस पुलिस की भी बड़ी लापरवाही देखने को मिली है।मृतिका के परिवार वालों की गैरमौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार किया गया है। घटना पर बात करते हुए निर्भया की मां आशा देवी ने कहा, जिस तरीके से हाथरस की बेटी के साथ बर्बरता हुई मैं क्या महसूस कर रही हूं. यह शब्दों में बयान ही नहीं कर पा रही. बस मेरी यही मांग है जिन्होंने भी यह कुकृत्य किया है उन्हें जल्द से जल्द फांसी की सजा होनी चाहिए, क्योंकि जब भी कोई घटना होती है तो आरोप बच्ची पर आ जाता है कि बच्ची रात में क्या कर रही थी बच्ची पर दोष लगाए जाते हैं.
समाज को यह मानसिकता बदलनी होगी. सबसे बड़ी दुखद बात तो यह है कि जब उसके परिवार वाले थाने में शिकायत करने गए, तो उस शिकायत को भी ठीक से नहीं सुना गया लापरवाही बरती गई.पुलिस वालों के सामने हमारी बच्ची सामने पड़ी थी और एफआईआर तक लिखने में 1 सप्ताह का समय लगा दिया गया और जब एफआईआर लिखी गई तो जो सही घटना थी उसको न दिखाते हुए सिर्फ छेड़खानी की बात कही गई. सबसे दुख की बात तो यह है कि बच्ची कि कल रात मौत हो गई और वहां के एसपी यह कह रहे हैं कि कंफर्म नहीं हुआ है कि बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ था. इस पूरे घटनाक्रम में उत्तर प्रदेश पुलिस का जो रवैया सामने आया है वह बेहद दुखद है.

निर्भया की माँ का कहना है कि कमी हमारे सिस्टम और पुलिस में है

निर्भया की मां ने कहा कि कमी हमारे सिस्टम में है कमी हमारी पुलिस में है.पुलिस चाहती तो मुजरिम को पकड़ लेती। मृतिका और उसके परिवार को इंसाफ दिला सकती थी। वो कानून की बात तो करते हैं लेकिन उन कानून को लागू करने में वह सख्ती कहीं नजर नहीं आती. जब कुछ भी घटना होती है तो सबसे पहले इंसान पुलिस के पास जाता है लेकिन जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो आम जनता क्या करें.आशा देवी ने बताया की पुलिस की ये लापरवाही निर्भया के केस में भी हुई थी लेकिन बाद में पुलिस ने अपनी कमी को सुधारा और निर्भया को इंसाफ मिला।
उन्होंने कहा की भले ही निर्भया केस में देर लगी हो लेकिन दोषियों को फांसी हुई मैं चाहती हूं कि इस केस में भी पुलिस उसी तत्परता से कार्रवाई करें तथ्यों को सामने रखे और हाथरस की बेटी को न्याय दें. मैं सिर्फ इतना कहना चाहती हूं कि एक बच्ची के साथ क्राइम हुआ दूसरा उसके परिवारवालों के साथ नाइंसाफी हुई जबकि हमारे हिंदू धर्म में तो शाम में अंतिम संस्कार भी नहीं किया जाता. मैं उस मां के साथ खड़ी हूं जिसने अपनी बेटी खोई है और मैं उम्मीद करूंगी कि प्रधानमंत्री जी ने जिस तरीके से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है जल्द से जल्द इस मसले में फैसला होगा और इंसाफ मिलेगा।