कहीं राजनीति षड्यंत्र का शिकार तो नहीं हो गये है राघवेंद्र सिंह!.. जिलाध्यक्ष बनते ही अकलतरा विधानसभा का दावेदारी पर संशय… पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश भी हुए थे  इसी तरह राजनीति का शिकार.. 

जांजगीर-चांपा । राजनीति में कब क्या हो जाए यह कोई सोच नहीं सकता। राजनीत में लोग फ़र्ज़ से अर्स तक पहुंच जाते है. और कही राजनीति षड्यंत्र का शिकार हुए तो अर्श से फर्श में आ जाते हैं यही कारण है कि राजनीति हर किसी की बस की बात नहीं है। इसी प्रकार जिला कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह राजनीति शिकार तो नहीं हो गए है? ऐसा इसलिए कहां जा रहा है क्योंकि राघवेंद्र सिंह की छवि एक स्वच्छ, शांत और सरल स्वभाव के नेता के रूप में होता है इसीलिए आशंका जाहिर की जा रही है कि कहीं अकलतरा विधान सभा की सीट से दावेदारी कर रहे राघवेंद्र सिंह को कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष बनाकर किसी और के लिए रास्ता तो नहीं बनाया गया है. जिस तरह कांग्रेस पार्टी में जिलाध्यक्ष पद पर बने रहने के बाद किसी विधानसभा से प्रत्याशी नहीं बनाया जा सकता है अगर किसी विधानसभा में दावेदारी करनी है तो जिलाध्यक्ष की कुर्सी को छोड़नी होगी।

इसी प्रकार पूर्व में भी जांजगीर चाम्पा विधानसभा से जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व जिला अध्यक्ष दिनेश शर्मा भी जिलाध्यक्ष थे लेकिन एन वक्त पर विधानसभा से दावेदारी करते हुए अध्यक्ष का पद छोड़ना पड़ा था लेकिन अंत में हाथ निराशा लगी, न उनको फिर से जिलाध्यक्ष की कुर्सी मिली न टिकट मिली, इसीलिए यह कहा जाना कोई अचंभा वाली बात नहीं होगी की सीधे-साधे स्वच्छ छवि और शांत रहने वाले नेता राघवेंद्र सिंह को जांजगीर चांपा के कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष बनाकर किसी और के लिए अकलतरा विधानसभा से रास्ता तो नहीं बनाया गया है। ऐसा चर्चा अब शहर में होने लगा है। हालांकि इस बारे में राघवेंद्र सिंह के कहना है, कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओ द्वारा उन्हें जो जिम्मेदारी दी जाएगी उन्हें पूरी निष्ठा से निभाउंगा।