Shubhadra Yojana, Shubhadra Scheme, Women Financial Scheme, Government Scheme : राज्य में भाजपा सरकार अपनी बहुप्रतीक्षित योजना, सुभद्रा योजना, का ऐलान करने जा रही है। यह योजना भाजपा के चुनावी वादों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसने 24 वर्षों से सत्ता में काबिज नवीन पटनायक को सत्ता से बेदखल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
योजना के लागू होने से प्रदेश की आधी आबादी में उत्सुकता और हलचल बढ़ गई है। सुभद्रा योजना के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जल्द ही जारी की जाएगी। इस प्रक्रिया में लोगों, बुद्धिजीवियों और अन्य हितधारकों से आवश्यक प्रतिक्रिया प्राप्त की जा रही है।
सुभद्रा योजना का उद्देश्य और लाभ
भाजपा ने चुनाव के दौरान प्रदेश की आधी आबादी को लाभान्वित करने के लिए सुभद्रा योजना की घोषणा की थी। इस योजना के तहत, आर्थिक रूप से कमजोर और वंचित वर्गों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। योजना का लाभ उठाने के लिए आधार कार्ड पर्याप्त होगा, जिससे सरकार की ओर से योजना की पात्रता की पुष्टि की जाएगी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, सुभद्रा योजना की एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) जल्द जारी की जाएगी, जिससे योजना के विस्तार और लाभार्थियों की स्पष्ट जानकारी मिल सकेगी। योजना के तहत सीधे वित्तीय सहायता प्राप्त करने वाली महिलाओं के बैंक खातों में राशि ट्रांसफर की जाएगी, जिससे उन्हें आर्थिक संबल प्रदान किया जाएगा।
कौन हो सकता है योजना से बाहर?
हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि उच्च जाति के लोग इस योजना में शामिल होंगे या नहीं। खासतौर पर, जो लोग नियमित रूप से इनकम टैक्स भरते हैं, उन्हें योजना से बाहर रखने की संभावना जताई जा रही है। इससे संबंधित अंतिम निर्णय एसओपी जारी होने के बाद ही सामने आएगी।
उपमुख्यमंत्री की टिप्पणी
ओडिशा के उपमुख्यमंत्री प्रभाति परिड़ा ने इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि सुभद्रा योजना के लिए बजट में 10 हजार करोड़ रुपये की राशि रखी गई है। यदि आवश्यक हुआ, तो इस बजट को बढ़ाया भी जा सकता है। उन्होंने बताया कि 17 सितम्बर को इस योजना को लागू कर दिया जाएगा।
सुभद्रा योजना के लिए एसओपी जारी करने से पहले 10 क्लस्टर जिलों में हितधारकों की परामर्श बैठकें आयोजित की गईं। इन बैठकों के माध्यम से लोगों से प्रतिक्रिया ली गई और अब उम्मीद है कि जल्द कलेक्टरों को रिपोर्ट प्राप्त हो जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा, “यह लोगों की सरकार है और सुभद्रा घोषणापत्र में लोगों की राय महत्वपूर्ण है। बुद्धिजीवियों से सुझाव लेकर एसओपी को संशोधित किया जाएगा।”
उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने कहा कि एसओपी योजना के तौर-तरीकों और पात्रता मानदंडों को स्पष्ट करेगी। एक बार एसओपी जारी होने के बाद, योजना के प्रारूप के बारे में एक स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी। योजना का लक्ष्य महिलाओं के सशक्तिकरण और आर्थिक सुधार को बढ़ावा देना है।
इसके अतिरिक्त, उपमुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार लखपति दीदी की संख्या बढ़ाने के लिए भी प्रयासरत है। उन्होंने पूर्व सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि मिशन शक्ति की महिलाओं को स्कूटी देने के बावजूद उन पर कर्ज का भार डाला गया, जिससे वे पछता रही हैं। भाजपा सरकार ने महिलाओं के विकास के लिए ठोस कदम उठाने का वादा किया है और उन्हें वोट बैंक के रूप में नहीं, बल्कि उनके वास्तविक विकास के लिए काम करेगी।
नवीन सरकार पर हमला
प्रभाति परिड़ा ने नवीन पटनायक सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पिछली सरकार ने कई बाबूओं को बिना पैसे के ऐशो-आराम करने की छूट दी थी, जिसकी खबरें सामने आई थीं। भाजपा सरकार पर्यटन के विकास और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई ठोस कदम उठा रही है।
जल्द ओडिशा सरकार अपनी बहुप्रतीक्षित सुभद्रा योजना के लिए एसओपी जारी करने वाली है। यह योजना देवी सुभद्रा के नाम पर शुरू की गई है और इसका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना है। योजना के तहत कुटीर उद्योग और अस्थायी दुकानों जैसे छोटे उद्यम स्थापित करने में सहायता प्रदान की जाएगी।