Garuda Puran, Garuda Puran Secrets : मनुष्य की मृत्यु के बाद क्या होता है? यह सवाल हमारे मन में बार-बार उठता है। क्या वाकई मृत्यु के बाद आत्मा को पूरी छूट मिल जाती है या फिर उसका एक और यात्रा शुरू होता है?
हिंदू धर्म के अनुसार, इस प्रश्न का उत्तर गरुड़ पुराण में मिलता है। गरुड़ पुराण उन पांच रहस्यों को वर्णित करता है जो मृत्यु के बाद आत्मा की यात्रा से जुड़े हैं। आइए, हम इस अनमोल ज्ञान को जानते हैं।
Garuda Puran Secrets : मृत्यु के दरवाजे का वर्णन
गरुड़ पुराण के अनुसार, जब व्यक्ति की मृत्यु होती है, तो उसका शरीर शुष्क होने लगता है और उसकी आवाज भी कमजोर पड़ने लगती है। वह अपने शरीर के भार से मुक्त होने की ओर बढ़ता है। इसके बाद यमराज आते हैं और उसकी आत्मा को यमलोक में ले जाते हैं।
Garuda Puran Secrets : धरती पर 24 घंटे की यात्रा
यमराज धरतीलोक पर आते हैं और मृतक के कर्मों का लेखा-जोखा करते हैं। अनुसार गरुड़ पुराण के, एक पापी मनुष्य की आत्मा को 24 घंटे तक धरती पर रहने की अनुमति दी जाती है। इस समय के दौरान उसकी आत्मा पृथ्वी पर घूमती रहती है और अपने कर्मों का फल भोगती है।
Garuda Puran Secrets : पैदल यमलोक की यात्रा
यमलोक पहुंचने के लिए मृतक व्यक्ति की आत्मा पैदल यात्रा करती है। यह यात्रा वायु मार्ग से नहीं, बल्कि शरीर से अलग होकर सूक्ष्म शरीर में पृथ्वीलोक से यमलोक की ओर होती है। इस यात्रा में व्यक्ति को अपने कर्मों के अनुसार विभिन्न पथों से गुजरना पड़ता है।
Garuda Puran Secrets : यमलोक के 16 नगर
यमलोक में आत्मा को अपने कर्मों के अनुसार यमलोक के 16 नगरों से होकर गुजरना पड़ता है। यहां पर आत्मा को उसके किए गए पाप और पुण्य का फल मिलता है। यमलोक की यात्रा में उसे अपने कर्मों के अनुसार सजा या बदला भी मिल सकता है।
Garuda Puran Secrets : यमलोक के भयानक नगर
गरुड़ पुराण वर्णन के अनुसार, यमलोक में कुछ नगर बहुत भयानक होते हैं। यहां पर व्यक्ति को उसके पाप के अनुसार सजा दी जाती है। इन नगरों का वर्णन बहुत भयंकर है और यहां व्यक्ति को उसके किए गए बुरे कर्मों का फल भोगना पड़ता है।
इन पांच रहस्यों के माध्यम से गरुड़ पुराण व्यक्ति को यह शिक्षा देता है कि उसके कर्मों का फल उसे जरूर भोगना पड़ता है। मृत्यु के बाद आत्मा को उसके किए गए पुण्य और पाप के अनुसार अपने भविष्य का निर्धारण होता है। इसलिए, हमें अपने कर्मों पर सदैव विचार करना चाहिए ताकि हमारी आत्मा का भविष्य सकारात्मक रहे।