Prayagraj News, Ganga Water Level High, Yamuna Water Level High : संगम नगरी में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति गम्भीर होती जा रही है। लगातार बारिश के कारण दोनों नदियों का जलस्तर तेजी से उफन रहा है, जिससे संगम क्षेत्र में लोग सुरक्षित स्थानों की ओर रुख करने लगे हैं। इस समय सिंचाई विभाग अलर्ट मोड में है और बार कंट्रोल रूम 24 घंटे नदियों की निगरानी कर रहा है।
यमुना नदी का जलस्तर 2.5 सेंटीमीटर प्रति घंटे की गति से बढ़ रहा
सुबह 8 बजे तक गंगा नदी का फाफामऊ में जलस्तर 81.33 सेंटीमीटर और छतनाग में 81.56 सेंटीमीटर दर्ज किया गया। यमुना नदी का जलस्तर नैनी में 82.12 सेंटीमीटर है। बीते 24 घंटों में गंगा नदी का जलस्तर 65 सेंटीमीटर और यमुना नदी का जलस्तर 46 सेंटीमीटर बढ़ चुका है। गंगा नदी का जलस्तर 11 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है, जबकि यमुना नदी का जलस्तर 2.5 सेंटीमीटर प्रति घंटे की गति से बढ़ रहा है।
बुधवार को ही हनुमान मंदिर के गर्भगृह में पानी प्रवेश कर गया था, जिससे धार्मिक स्थल की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। संगम से नागवासुकी की ओर जाने वाले मार्ग पर भी पानी पहुंच गया है, जिससे आवागमन प्रभावित हो गया है। झूंसी इलाके में बदरा सुनौटी समेत कई गांवों का संपर्क शहर से कट गया है।
गंगा और यमुना नदियों का डेंजर लेवल 84.734 सेंटीमीटर
हालांकि, प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का डेंजर लेवल 84.734 सेंटीमीटर है। जिससे वर्तमान में दोनों नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं। फिर भी गंगा और यमुना नदियों के उफनाने के कारण महाकुंभ के स्थाई निर्माण कार्यों पर ब्रेक लग गया है।
इन परिस्थितियों के बावजूद, बड़ी संख्या में लोग संगम तट की ओर बढ़ रहे हैं और जलस्तर को देखने के लिए उत्सुक हैं। पर्यटकों और श्रद्धालुओं की यह भीड़ बाढ़ के बावजूद संगम क्षेत्र की ओर आकर्षित हो रही है, जिससे स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ रही है।
सिंचाई विभाग और स्थानीय प्रशासन बाढ़ के खतरों को ध्यान में रखते हुए पूरी कोशिश कर रहे हैं कि स्थिति पर काबू पाया जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।