Big Breaking: अरुण अग्रवाल व श्यामसुंदर अग्रवाल के खिलाफ दर्ज हो सकता हैं एफआईआर… एसडीओपी से शिकायतकर्ता को जान का खतरा..! कालेधन की चोरी मामले में अभी तक दर्ज नहीं हुआ अपराध.. पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठ रहे हैं सवाल…

जांजगीर-चांपा: सक्ति जिले में आईटी अधिकारियों की छापामार कार्यवाही के बाद अनुमानित 4 करोड़ की संपत्ति का मिलना बताया जा रहा है। इसके बावजूद व्यापारियों ने चोरी चोरी छुपे अपने काले धन को छुपाने में भी कामयाब हो गए थे। लेकिन मामले में नया मोड़ तब आया जब व्यापारियों द्वारा छुपाए काले धन की चोरी हो गई। जिसको खोजने के लिए व्यापारी अपने परिचित पुलिस अधिकारियों के साथ छुपाए हुए गांव पहुंची, और गांव के ही पास में लगे एक दुकान की सीसीटीवी कैमरे की वीडियो जांच करने लगी व दुकान संचालक को सीसीटीवी फुटेज का हार्ड डिक्स मांगने एवं नहीं देने पर धमकाने गलत आरोप में फंसाने की धमकी देने का आरोप व्यापारी एवं पुलिस के अधिकारियों पर लगा है। इसके बाद हरेठी गाँव में कालेधन की चोरी के मामले में पुलिस अधीक्षक ने जांच टीम का गठन किया है। जिसकी जिम्मेदारी एडिशनल एसपी गायत्री सिंह को दी गई है। हरेठी गाँव में रुई भंडार संचालक पुष्पेन्द्र देवांगन ने नगर के व्यवसायी और पुलिस पर धमकाने और अनाधिकृत रूप से चोरी की जांच करने का आरोप लगाते हुए स्वयं एवं परिवार की सुरक्षा की मांग की थी।

मामला नगर में पड़ी आयकर विभाग की दबिश के बाद का है। आईटी टीम के जाने के बाद हरेठी गांव में व्यापारी के द्वारा नौकरानी के यहां धन छिपाने की बात सामने आई थी। जानकारी सामने आई थी कि इसके बाद नौकरानी के घर में रखे धन पर उसके रिश्तेदार ने हाथ साफ कर दिया था। रकम काफी बड़ी होने की सूचना मिली थी। बाद में व्यवसायी अरुण अग्रवाल, श्याम सुंदर अग्रवाल और उसके सहयोगी पुलिस के सहयोग से धन को ढूंढने में लग गए। पुलिस पर आरोप लगा था कि व्यवसायी के दबाव में एसडीओपी, पुलिस आरक्षक ने उनका सहयोग कर कालेधन को खोजने में मदद की। इसके लिए हरेठी के रूई भंडार के संचालक ने सीसीटीवी फुटेज की हार्ड डिस्क लेने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया था। साथ ही एसडीओपी सक्ति पर धमकी देने का आरोप लगाते हुए इस बाबत पत्र पुलिस अधीक्षक को दिया था।

अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में जांच आगे बढ़ाने का निर्णय लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गायत्री सिंह को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। हरेठी निवासी पुष्पेन्द्र देवांगन के आवेदन के आधार पर जांच की जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने जांच की जिम्मेदारी दी है। वही पूरे मामले में सक्ति के एएसपी का कहना है कि अब आगे तथ्यों के आधार पर कार्यवाही की जाएगी। पुलिस एसडीओपी एवं आरक्षक से पूछताछ की जाएगी। इसके बाद आगे की कार्यवाही होगी।

पुलिस के कार्यप्रणाली पर उठने लगे हैं सवाल

सक्ति जिला बनने के बाद नए नए खेल रोज हो रहे हैं। कभी इनकम टैक्स का रेड, तो कहीं काले धन की चोरी का मामला सामने आ रहा है। अब सारे मामले पर पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवाल उठना शुरू हो गया है। काले धन की चोरी के मामले में अभी तक पुलिस शिकायत का इंतजार कर रही है। वहीं इस मामले में अभी तक सक्ति थाने में अपराध दर्ज भी नहीं हो पाया है। वही हरेठी के सरपंच द्वारा गांव के 2 लोगों के गायब होने की सूचना थाने में व गांव एक घर में बिना पुलिस की जानकारी के बगैर डरा धमकाकर पुलिस एवं सक्ति के दोनों व्यापारियों के खिलाफ शिकायत करने की बात कही जा रही है।

हरेठी गांव के 2 लोग अभी भी गांव से गायब

हरेठी गांव के सरपंच का कहना है कि अरुण अग्रवाल के घर गांव के एक महिला काम करती थी। जहां काले धन की चोरी हुई है। इसकी जानकारी जब अरुण अग्रवाल को हुई तो यहां पुलिस को लेकर बिना किसी से पूछताछ किए घर का ताला तोड़कर सामान ले गए। वहीं जहां काले धन की चोरी का पता चला था। वहां जाकर काले धन को अपने पास ले गए एवं गांव के 2 लोग अभी भी गायब हैं। इसकी शिकायत वह करने थाने में जा रहा है वहीं उनकी शंका अरुण अग्रवाल एवं शयाम सुंदर अग्रवाल पर जा रही है।