Chhattisgarh News: ATR में हर दिन जगह बदल रहे हाथी, वन विभाग की बढ़ी चिंता



Bilaspur News: अचानकमार टाइगर रिजर्व में घुसे सात हाथियों को लेकर प्रबंधन बेहद चिंतित है। दरअसल यह दल हर दिन स्थान बदल रहा है। इसके चलते टाइगर रिजर्व के प्रत्येक रेंज को पूरे समय चौकन्ना रहने की आवश्यकता पड़ रही है। हालांकि पहले ही दिन नुकसान पहुंचाया था। इसके बाद कोर जोन के छपरवा रेंज में आ गए। अब यहां से कोटा बफर में नजर आ रहे हैं। वन कर्मियों को निगरानी रखने का आदेश है। इसके अलावा ग्रामीणों को वन अमला जाकर समझा रहा है।

टाइगर रिजर्व में लगातार हाथियों की मौजूदगी हो रही है। बीच में लौट जाते हैं और दोबारा आ जाते हैं। इस दौरान नुकसान भी पहुंचा रहे हैं। प्रबंधन के पास हाथियों की निगरानी करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है, क्योंकि ऐसा मानना है कि वह खुद से लौट जाएंगे। यदि किसी तरह छेड़छाड़ करते हैं तो वह आक्रोशित होकर और नुकसान पहुंचा सकते हैं। मैदानी अमला इस पर पालन तो कर रहा है। लेकिन ग्रामीण को समझाना बेहद कठिन है। हालांकि मुनादी कर जागरूक तो किया जा रहा है। खासकर जहां- जहां हाथी जा रहे हैं, वहां वन अमला पहुंचकर ग्रामीणों को सचेत कर रहा है और यह समझाइश दी जा रही है की हाथी लगातार टाइगर रिजर्व में आ रहे हैं।

यदि उन्हें किसी छेड़छाड़ नहीं करते हैं तो वह ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। मालूम हो कि हाथी केवल उन्हीं घरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जहां धान, चावल या महुआ रखा हुआ है। ग्रामीणों द्वारा इन सामाग्रियों का संभालकर रखा जाता है। ताकि सालभर उन्हें खाने का सामान मिलते रहे हैं। टाइगर रिजर्व प्रबंधन यह समझा रहा है की सामान नुकसान पहुंचाने पर वन विभाग की तरफ से मुआवजा मिल जाएगा, लेकिन यदि किसी तरह जनहानि होती है तो इसकी भरपाई नहीं की जा सकती। जान की कोई कीमत नहीं होती। इसलिए बेहतर यही होगा की सावधानी बरती जाए। वर्तमान में सात हाथियों का यह दल लगातार अपना ठिकाना बदल रहे हैं। इसलिए सजग रहने की आवश्यकता है।