नई दिल्ली : चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिगं मशीनों (ईवीएम) को लेकर उठे विवाद को ध्यान में रखते हुए आज विज्ञान भवन में इन मशीनों का ‘डेमो’ करने का निर्णय लिया है। वहीं, इसी प्रोग्राम में ईवीएम को हैक किए जाने की चुनौती की तारीखों की घोषणा भी करेगा। आयोग मीडिया के सामने इन मशीनों को प्रदर्शन कर यह पूरे देश को यह बताएगा कि इनके साथ किसी तरह की गड़बड़ी नहीं की जा सकती है और मतदान में इनका दुरुपयोग संभव नहीं है।
ईवीएम में छेड़छाड़ होने की आशंका
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिली अप्रत्याशित जीत के बाद कई राजनीतिक दलों ने ईवीएम मशीनों में छेड़छाड़ होने की आशंका जाहिर की थी और दावा किया था कि इनका दुरुपयोग हो सकता है। गत दिनों आम आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली विधानसभा में ईवीएम का एक नमूना पेश कर उसमें छेड़छाड़ संभव होने का लाइव डेमो किया था। इसका देशभर में सीधा प्रसारण किया गया था। इसके बाद आयोग ने सभी राजनीतिक दलों की इस बारे में एक बैठक भी बुलाई थी और कहा था कि ईवीएम में छेड़छाड़ संभव नहीं है।
आज विज्ञान भवन में ईवीएम के डेमो के दौरान इस मशीन के साथ वीवीपैट भी लगाया जाएगा और मीडिया को यह बताया जाएगा कि मतदान करने के बाद मतदान की सही पर्ची निकलती है जिसे देखते हुए यह नहीं कहा जा सकता है कि ईवीएम से गलत मतदान संभव है। वैसे चुनाव आयेाग ने चुनाव प्रणाली पर लोगों का भरोसा बनाए रखने के लिए भविष्य में सभी चुनाव में ईवीएम के साथ वीवीपैट मशीनें लगाए जाने की बात कही है। चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को खुली चुनौती दे रखी है कि वह ईवीएम में गड़बड़ी करके दिखाएं। आम आदमी पार्टी ने कहा है कि वह इस चुनौती को स्वीकार करती है और ऐसा करके दिखा सकती है।