नवजात बच्चे की आंखों में सूजन के साथ इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज, हो सकती है गंभीर समस्या

हेल्थ डेस्क. छोटे बच्चे खासकर नवजात बच्चे बहुत ज्यादा सेंसिटिव होते हैं। ऐसे में उनकी आंखों में सूजन होना भी सामान्य नहीं है। छोटे बच्चों के किसी भी तरह के इंफेक्शन को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए। खासकर आंखों से जुड़ी समस्याओं को। पेरेंट्स की छोटी सी लापरवाही भी बच्चे के हेल्थ पर गलत असर डाल सकती है। बच्चों को इम्यूनिटी पावर बड़ों के मुकाबले बहुत ज्यादा कम होती है। अगर उनकी आंखों में किसी भी तरह का इंफेक्शन हो गया, तो उन्हें ठीक होने में सामान्य से ज्यादा समय लग सकता है। ऐसे में छोटे बच्चे अपना दर्द बोलकर बयां नहीं कर सकते हैं। वो सिर्फ रोकर आपको अपनी तकलीफ बता सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं बच्चों की आंखों में सूजन से जुड़े कुछ ऐसो लक्षणों के बारे में, जिनके दिखने पर आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

नवजात बच्चे की आंखों में इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज

1. आंख में रेडनेस

कई बार बच्चों की आंखों में सूजन क साथ रेडनेस भी होने लगती है। जिसे नजरअंदाज करना बच्चों की आंखों को नुकसान पहुंचाना है। बच्चों की आंखों में सूजन के साथ रेडनेस होना उनकी आंखों में इंफेक्शन की निशानी है। ऐसे में जरूरी हो कि आप बच्चे को साफ सुथरा रखें। गंदे कपड़ें से उनकी आंखें साफ न करें।

2. बच्चों की आंखों से बार-बार पानी आना

नवजात बच्चों की आंखों में सूजन के कारण कई बार पानी भी निकलने लगता है। इस लक्षण को भी कभी इग्नोर नहीं करना चाहिए। बच्चों की आंखों का अच्छे से ख्याल रखें और हर तरह की सावधानी बरतें। बच्चे की आंखों में कोई भी दवाई डालने से पहले या कोई भी क्रीम यूज करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

3. सूजन के साथ बुखार आना

नवजात बच्चे की आंखों में सूजन के साथ अगर उन्हें बुखार आए, तो इसे नजरअंदाज न करें। बच्चे में आंखों में सूजन के साथ बुखार आना अच्छे लक्षण नहीं है। ऐसे में आप तुरंत अपने बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाएं। बच्चे को किसी चीज से इंफेक्शन हो सकता है। ऐसे में बच्चे के अन्य शरीर के अंगों में भी सूजन को चेक करें।

4. बच्चें की आंखों में सूजन बढ़ना

अगर आपके बच्चे की आंखों में लगातार सूजन बढ़ती जा रही है, तो आप खुद उसका कोई इलाज करने के स्थान पर अपने निजी डॉक्टर से सलाह लें। बच्चें की आंखों में लगातार बढ़ता सूजन इंफेक्शन के लक्षण हो सकता है। ऐसे में बच्चों को किसी भी तरह के इंफेक्शन से दूर रखें।