Chhattisgarh News: लाइवलीहुड प्रशिक्षण घोटाले की जांच में देरी… भाजयुमो पहुंचे कलेक्ट्रेट, अधिकारी ने कहा- हफ्तेभर में जांच शुरू…

मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण के नाम पर 52 लाख का घोटाला

जांजगीर-चाम्पा: लाइवलीहुड कॉलेज में हुए प्रशिक्षण घोटाले की जांच में देरी को लेकर भाजयुमो की टीम आज कलेक्ट्रेट पहुंची हुई थी. मामले को लेकर उन्होंने जांच अधिकारी एडीएम श्री वैध से सवाल किया. जिसपर उन्होंने जांच में देरी की बात स्वीकार करते हुए सप्ताह भर के अंदर जांच पूर्ण की बात कही. वहीं भाजयुमो ने सप्ताह भर के अंदर जांच नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी.

उल्लेखनीय है कि, भाजयुमो ने लाइवलीहुड प्रशिक्षण घोटाले को लेकर 2 नवंबर को कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा को ज्ञापन सौंपा था. जिसमें घोटाले से संबंधित समस्त दस्तावेज संलग्न किए थे. इसपर कलेक्टर ने एडीएम के नेतृत्व में जांच टीम गठित की थी. लेकिन पखवाड़े भर बाद भी मामले में जांच आगे नहीं बढ़ सकी.

बता दें कि, लाइवलीहुड कॉलेज के नोडल अधिकारी विजय पाडेण्य के उपर फर्जी प्रशिक्षण के नाम पर डीएमएफ की राशि आहरण का आरोप है. जिसका खुलासा सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त दस्तावेजों से हुआ है. दरअसल, स्व सहायता समूह की महिलाओं को मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण देने के लिए 52 लाख की राशि लाइवलीहुड कॉलेज को स्वीकृत हुई थी. लेकिन किसी भी स्व सहायता समूह की महिलाओं को कोई भी प्रशिक्षण नहीं मिला. नोडल अधिकारी द्वारा खाली कागजों में प्रशिक्षण करा दिया गया. उपस्थिती पंजी में दस्तखत भी फर्जी हुआ है. जिसको जय मां गायत्री स्व सहायता समूह ग्राम पंचायत नवापारा (ख) व जागृति महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने लिखकर भी दिया है.

वहीं मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण के लिए टूल्स समान की खरीदी निर्मल फाउंडेशन से की गई है. जिसको 34 लाख आठ हजार 6 सौ रूपए भुगतान करना बताया गया है. जो पूरी तरह फर्जी है. फिलहाल, मामले में जांच अधिकारी के सुस्त रवैये के कारण जांच आगे नहीं बढ़ सकी है. जिसको लेकर कई सवाल खड़े हो रहे है. इस दौरान भाजयुमो नगर मंडल जांजगीर के अध्यक्ष दिनेश राठौर, महामंत्री सोनू यादव, गोलू दूबे, गज्जू कर्ष, प्रदीप राठौर, सोमा राठौर, हरि सोनवानी, सहित युवा मोर्चा के दर्जन भर कार्यकर्ता मौजूद थे.