फटाफट डेस्क – लखनऊ की पुलिस एक वॉन्टेड गैंग रेप अपराधी को गिरफ्तार करके मुंबई से लखनऊ कार द्वारा ला रही थी. तभी मध्य प्रदेश के गुना के पास यह घटना हो गई , कार का एक्सीडेंट हो गया और आरोपी गैंगस्टर फिरोज़ अली उर्फ शम्मी की मौत हो गई. कार चलाने वाले का नाम सुलभ मिश्रा है.
रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना 27 सितंबर (रविवार) की सुबह 6:30 बजे की है. हादसा नेशनल हाईवे-26 पर हुआ था . घटना में तीन पुलिसवालों समेत चार लोग घायल हुए हैं.एक अधिकारी ने बताया कि लखनऊ के ठाकुरगंज पुलिस स्टेशन में पोस्टेड असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर जगदीश प्रसाद पांडे और कॉन्स्टेबल संजीव सिंह प्राइवेट गाड़ी से फिरोज़ अली की तलाश में मुंबई गई थे, पुलिस ने 26 सितंबर को नाला सोपरा की झुग्गियों से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और लखनऊ के लिए रवाना हो गए।
जानकारी के मुताबिक, फिरोज़ का ब्रदर-इन-लॉ अफज़ल भी पुलिस के साथ था. जगदीश प्रसाद पांडे ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि रास्ते में अचानक से एक गाय सामने आ गई थी, जिसे बचाने के चक्कर में कार अनियंत्रित हो गई. नतीजा ये हुआ कि कार पलट गई. कार का एक दरवाज़ा अचानक से खुल गया, जिसमें से फिरोज़ अली, अफज़ल और संजीव बाहर गिर गए. आरोपी फिरोज़ अली की कथित तौर पर घटनास्थल पर ही मौत हो गई. जबकि बाकी तीन पुलिस वाले- जगदीश, संजीव और ड्राइवर सुलभ घायल हो गए. अफज़ल का भी एक हाथ फ्रैक्चर हुआ.आपको बता दे कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है इससे पहले भी कानपुर का विकास दुबे कथित एनकाउंटर ऐसी ही घटना से हुआ था। कानपुर पुलिस 10 जुलाई को विकास को उज्जैन से लेकर आ रही थी और रास्ते में गाड़ी हादसे का शिकार हो गई. विकास ने मौका देखकर भागने की कोशिश की. पुलिस ने पीछा किया और रोकने के चक्कर में गोली चलाई और इस कथित एनकाउंटर में विकास दुबे मारा गया था। इसी तरह इस बार भी आरोपी की मौत हो चुकी है। यूँ कहा जाये कि कोर्ट द्वारा सजा देने से पहले ही मुजरिमों को सजा मिल जाती है वो कोर्ट तक पहुँच ही नहीं पाते।