जांजगीर चांपा । जांजगीर कोतवााली मे आये दिन किसी न किसी नाम से विवाद होते रहता हैं . कभी जुआरीयो से लेनदेन कर छोडने के नाम पर विवाद की स्थिति बनती है तो कभी किसी मामले में केस को कम करने के नाम पर लेनदेन का आरोप लगता है। ऐसी ही स्थिति आज देखने को मिली. पुलिस द्वारा दीपावली पर दर्जनो जुआरीयों को जुआ खेलते पुलिस कोतवाली ले कर आई . जो जुआरी जुआ खेल रहे थे. उनके कोतवाली में कई पुलिस पहचान के निकल गये. बस फिर क्या घंटो देर तक जुआरीयो को छोडने के नाम पर पुलिस और जुआरीयो के तरफ से आये लोगो से लेनदेन करने को दौर चला। जुआरीयो को छुडाने आये लोग पुलिस ने सौदा तय किये लेकिन पुलिस को सौदा कम लगा जिसके चलते कफी समय तक मोलभाव चला लेकिन धीरे -धीरे पुलिस और जुआरीयों के बीच थोडा विवाद की स्थिति बन गया. हालंाकि की मान मानमनौवल के बाद स्थिति कंट्रोल हो गया। इस तरह आज पुलिस भी मौका देख जुआरीयो से लंबे रकम की मांग का आरोप लग रहा था. लेकिन जुआरीयो के पास इतना रकम नही था। जिसके कारण आपस मे बहस होने लगी। पुलिस वाले भी अपने बात पर अड़े हुऐ थे। जुआरीयो द्वारा कही से रकम का व्यवस्था किया गया तब जाकर बात बनी. बाद मे जानकारी के अनुसार जुआरीयो ंको समझाइस देकर छोड़ दिया गया। जब इस मामले मे पुलिस वालो से पुछा गया तब छोटा मामला है कह का बात को टाल दिया गया। लेकिन आये दिन इस प्रकार की चर्चा जांजगीर कोतवाली मे आम हो गई है। कभी कबाड़ी वाले तो कभी जुआ संचालक , अवैध शराब वाले भी पुलिस द्वारा धमकी देकर रकम की मांग करने आरोप लगाते रहते है . बाउजुद जांजगीर कोतवाली हाथ पर हाथ धरे बैठी रहती है।