Korea News: कलेक्टर ने जिला अस्पताल में पदस्य सिविल सर्जन और अस्पताल सलाहकार को थमाया शो कॉज नोटिस। बता दें कि, उक्त दोनों के द्वारा अस्पताल के कार्य में लापरवाही करते थे, जिसका शिकायत मिली था। जिसको संज्ञान में लेते हुए ये कार्रवाई किया गया हैं। दरअसल, सोमवार को कलेक्टर की अध्यक्षता में कलेक्टरेट के सभाकक्ष में जीवनदीप समिति के कार्यकारिणी की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में एजेण्डा अनुसार विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई। उसी दौरान ये कार्रवाई की गई।
बैठक में बिंदुवार चर्चा के दौरान कलेक्टर विनय कुमार लंगेह ने पूर्व में हुई बैठक के कार्यवाही विवरण का अवलोकन कर, आय-व्ययों के मदों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सभी कार्यों को गंभीरता के साथ पूर्ण किए जाने तथा भौतिक सत्यापन किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही, बैठक में कलेक्टर ने जिला अस्पताल में स्वच्छता, पेयजल व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने तथा आगामी 15 दिवस के भीतर सभी शौचालयों का मरम्मत कार्य पूर्ण किए जाने निर्देशित किया। साथ ही, उन्होंने आगे निर्देश देते हुए बताते हैं कि, शासकीय भवनों के रंग-रोगन में गोबर पेंट के इस्तेमाल पर चर्चा करते हुए जिला अस्पताल का रंग- रोगन गोबर पेंट से कराए जाने की कहीं हैं।
इस दौरान कलेक्टर ने CMO बैकुंठपुर को प्रभावी रूप से कार्यवाही करते हुए जिला चिकित्सालय परिसर के बाउंड्रीवॉल से लगे अतिक्रमण, ठेले-गुमटियों को हटाए जाने के लिए निर्देश दिए। इसके अलावा, प्रत्येक माह जीवनदीप समिति की बैठक आयोजित हो, ताकि सभी कार्यवाहियों पर निरन्तर समीक्षा की जा सके। वहीं, कार्य में लापरवाही पर सिविल सर्जन तथा अस्पताल सलाहकार को नोटिस देने के निर्देश दिए हैं। बैठक में कलेक्टर श्री लंगेह ने जिला चिकित्सालय में सुविधाओं की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए विस्तार से जानकारी ली। कार्य में उदासीनता और लापरवाही संज्ञान में आने पर सिविल सर्जन डॉ आशीष कुमार करन तथा जिला अस्पताल सलाहकार अंकित ताम्रकार को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने के निर्देश दिए।
कलेक्टरेट परिसर में आयोजित बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी नम्रता जैन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन, नगर पालिका के अधिकारी, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता, ई एण्ड एम के अनुविभागीय अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं जीवन दीप समिति के सदस्यगण उपस्थित थे।