मुंबई। 21 मई को केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 8 रुपये और 6 रुपये की कटौती की थी। इसके बाद देश के अधिकांश राज्यों ने भी वैट में कुछ कटौती की जिससे पेट्रोल और डीजल के दाम में 8 से 10 रुपये तक की कमी आई। गैर-बीजेपी शासित कुछ राज्यों ने वैट कम नहीं किया जिसके कारण वहां पेट्रोल और डीजल की कीमत में मामूली कमी ही है। महाराष्ट्र में उद्धव सरकार के जाने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विश्वास मत हासिल करते हुए इस संबंध में बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पेट्रोल और डीजल पर वैट में कमी की जाएगी। इससे राज्य में पेट्रोल और डीजल की कीमत में और ज्यादा कमी होने वाली है।
फ्लोर टेस्ट में विश्वास मत हासिल होने के तुरंत बाद सीएम शिंदे ने कहा कि महाराष्ट्र ईंधन पर मूल्य वर्धित कर (वैट) को कम करेगा। जिससे राज्य में कीमतों में बड़ी कमी आएगी। हालांकि वैट में कितने की कमी की जाएगी। अभी इस बारे में जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। पिछले साल नवंबर में केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 5 और 10 रुपये की कटौती की थी. इसके बाद इस साल मई में फिर से केंद्र ने उत्पाद शुल्क में कटौती की घोषणा की थी।
इसके बाद कई राज्य सरकारों ने वैट में कमी कर दी जिससे पेट्रोल की कीमत 90 से 96 रुपये के बीच आ गई। प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष शासित राज्यों से लोगों को राहत देने के लिए ईंधन पर वैट में कटौती का सुझाव दिया था लेकिन कुछ राज्यों ने इसे नहीं माना। महाराष्ट्र भी उनमें से एक है।
वैट में कटौती नहीं होने के कारण महाराष्ट्र में पेट्रोल और डीजल की कीमत अन्य राज्यों की तुलना में बहुत अधिक है। वर्तमान में दिल्ली में 96.72 रुपये पेट्रोल और 89.62 रुपये डीजल है, लेकिन मुंबई में इसकी कीमत बहुत अधिक है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 111.35 पैसे प्रति लीटर है। जबकि डीजल की कीमत 97.28 रुपये प्रति लीटर है। यानी दिल्ली की तुलना में मुंबई में पेट्रोल की कीमत 14.63 रुपये महंगा है। इसी तरह दिल्ली से मुंबई में डीजल की कीमत 7.66 रुपये महंगा है।