Chhattisgarh Weather : आज से बदलेगा मौसम का मिजाज, 2 संभागों और 12 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट, वज्रपात की चेतावनी, मानसून सक्रिय

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CG Mausam, CG Weather, Chhattisgarh Weather, Chhattisgarh Mausam : छत्तीसगढ़ में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। पिछले कुछ दिनों से राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश का दौर जारी है। अगले कुछ दिनों में राज्य के अन्य हिस्सों में भी बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग ने रायपुर जिले में थंडरस्ट्राम का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसका असर दुर्ग जिले में भी देखने को मिल सकता है।

दुर्ग और रायपुर जिलों में 22 अगस्त की रात को जोरदार बारिश हुई। दुर्ग जिले में 24.6 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई, जबकि रायपुर में भी हल्की बूंदाबांदी से मौसम में ठंडक महसूस की गई। बारिश के साथ-साथ हवा की रफ्तार 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहने की संभावना है।

बुधवार की देर रात को एक बार फिर से एक सिस्टम सक्रिय हो गया, जिससे कुछ स्थानों पर बारिश दर्ज की गई। इसके साथ ही, गुरूवार को मौसम विभाग ने रायपुर जिले के लिए थंडरस्ट्राम का ऑरेंज अलर्ट जारी किया, जिसका असर दुर्ग में भी देखने को मिला। इस दौरान हवा की रफ्तार 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे के बीच रही, जिससे मौसम में ठंडक का अनुभव हुआ।

मौसम विभाग की भविष्यवाणी

मौसम विभाग के अनुसार, छत्तीसगढ़ में आगामी दिनों में मानसून की गतिविधियाँ और भी तेज हो सकती हैं। विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले दो दिन में राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। यह सक्रिय सिस्टम प्रदेश के 16 जिलों में ताबड़तोड़ बारिश की स्थिति उत्पन्न कर सकता है। साथ ही, मौसम विभाग ने इन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें भारी बारिश, गरज-चमक और तेज हवाओं की संभावना जताई गई है।

मौसमी बदलाव का असर

हाल ही में मानसून की वजह से छत्तीसगढ़ में बारिश का कोटा अभी पूरा हो गया है। राज्य के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, एक जून 2024 से अब तक राज्य में औसतन 793.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है। हालांकि, सामान्य वर्षा का कोटा 679.5 मिलीमीटर है, और दुर्ग जिले में 1 जून से 17 अगस्त तक केवल 545 मिलीमीटर बारिश हुई है।

मौसम में आए इस बदलाव के कारण राज्य के अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई है, खासकर मौसमी बीमारियों के मामले में। गीली जमीन और उमस भरी हवा के चलते मौसमी बीमारियाँ फैलने लगी हैं, जिससे नागरिकों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

भविष्य की संभावनाएँ

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून के इस सिस्टम की वजह से छत्तीसगढ़ में आने वाले दिनों में मौसम में अधिक बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इस सिस्टम के चलते बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना भी हो सकती है।

अंततः, छत्तीसगढ़ में मानसून की वापसी से मौसम में राहत के संकेत मिल रहे हैं, लेकिन नागरिकों को मौसम विभाग की चेतावनियों के अनुसार सतर्क रहना होगा। भारी बारिश और गरज-चमक के कारण किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए उचित सावधानियाँ बरतनी चाहिए।