Chhattisgarh Weather : छत्तीसगढ़ में अगले पांच दिनों तक सक्रिय रहेगा मानसून, भारी बारिश की संभावना

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CG Mausam, CG Weather, Chhattisgarh Weather, Chhattisgarh Mausam : छत्तीसगढ़ में मानसून का असर अगले पांच दिनों तक गहराता रहेगा, जिससे प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग ने इस संबंध में अलर्ट जारी किया है, और इस दौरान राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में बौछारें पड़ने की पूरी संभावना है।

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मौसम की मौजूदा स्थिति और भविष्यवाणियाँ

मौसम विभाग के अनुसार, छत्तीसगढ़ में मौसम की स्थिति को लेकर अगले पांच दिनों तक बारिश की गतिविधियाँ बनी रहेंगी। विशेष रूप से, प्रदेश के कई हिस्सों में एक-दो स्थानों पर भारी से अतिभारी बारिश की संभावना है। रविवार को मानसून की गतिविधि सामान्य रही, और अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ ही एक-दो स्थानों पर भारी से अतिभारी बारिश भी दर्ज की गई।

मौसम विशेषज्ञों ने जानकारी दी है कि चक्रवाती परिसंचरण गंगा के मैदानी क्षेत्र में स्थित है, जो झारखंड और ओडिशा के ऊपर समुद्र तल से 0.5 किलोमीटर की ऊँचाई पर सक्रिय है। यह परिसंचरण दक्षिण पश्चिम की ओर झुका हुआ है, जिससे प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक बारिश की गतिविधियों में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है। इस परिसंचरण के प्रभाव से छत्तीसगढ़ के अधिकांश जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश होगी, और एक-दो स्थानों पर भारी से अतिभारी बारिश के भी आसार हैं।

वर्तमान वर्षा स्थिति

प्रदेश में 1 जून 2024 से लेकर अब तक औसतन 248.5 मिमी वर्षा दर्ज की जा चुकी है। विभिन्न जिलों में वर्षा के आंकड़े इस प्रकार हैं:

  • बीजापुर जिले में सर्वाधिक 404.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।सरगुजा जिले में सबसे कम 129.0 मिमी औसत वर्षा हुई है। सूरजपुर जिले में 192.3 मिमी, बलरामपुर में 327.9 मिमी, जशपुर में 233.5 मिमी, कोरिया में 234.8 मिमी, और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 192.0 मिमी औसत वर्षा रिकॉर्ड की गई है।
  • रायपुर जिले में 192.9 मिमी, बलौदाबाजार में 272.2 मिमी, गरियाबंद में 242.8 मिमी, महासमुंद में 198.3 मिमी, धमतरी में 218.8 मिमी, बिलासपुर में 317.2 मिमी, मुंगेली में 302.6 मिमी, रायगढ़ में 309.7 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 168.6 मिमी, जांजगीर-चांपा में 263.9 मिमी, सक्ती में 238.7 मिमी, कोरबा में 371.2 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 316.3 मिमी, दुर्ग में 155.1 मिमी औसत वर्षा हुई है।
  • कबीरधाम जिले में 228.8 मिमी, राजनांदगांव में 189.4 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 217.8 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 175.0 मिमी, बालोद में 224.4 मिमी, बेमेतरा में 147.1 मिमी, बस्तर में 297.6 मिमी, कोण्डागांव में 220.9 मिमी, कांकेर में 234.9 मिमी, नारायणपुर में 288.2 मिमी, दंतेवाड़ा में 292.9 मिमी और सुकमा जिले में 402.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है।

प्रभाव और सतर्कता के उपाय

मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में बारिश के साथ-साथ गरज और चमक के साथ तेज हवाएं भी चल सकती हैं। इसलिए, लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। खासकर ग्रामीण इलाकों में संभावित बाढ़ और जलभराव के कारण परिवहन व्यवस्था प्रभावित हो सकती है, इसलिए लोगों को यात्रा करने से पहले मौसम की जानकारी अवश्य लेनी चाहिए।

शहरी क्षेत्रों में भी बारिश से सड़क पर पानी जमा हो सकता है, जिससे यातायात में रुकावटें आ सकती हैं। साथ ही, भारी बारिश के दौरान बिजली कटौती और पेड़ गिरने की घटनाओं का खतरा भी बना रहता है। इसलिए, लोगों को बिजली के उपकरणों का प्रयोग करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

कृषि पर असर और तैयारी

मानसून की सक्रियता से कृषि क्षेत्र में भी प्रभाव पड़ेगा। किसानों को फसल की स्थिति की निगरानी रखनी चाहिए और आवश्यकता अनुसार फसलों की सुरक्षा के उपाय अपनाने चाहिए। जलभराव के कारण फसलों को नुकसान पहुँच सकता है, इसलिए उचित जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करना आवश्यक है।