Chhattisgarh Weather : 3 संभागों सहित कई जिलों में भारी बारिश, इन जिलों में मानसूनी तंत्र कमजोर, कुछ इलाकों में वज्रपात

CG Mausam, CG Weather, Chhattisgarh Weather, Chhattisgarh Mausam

CG Mausam, CG Weather, Chhattisgarh Weather, Chhattisgarh Mausam : छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने प्रदेशवासियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सड़कें तालाब में तब्दील हो चुकी हैं और कई जगहों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। घरों में भी बारिश का पानी घुस गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लेकिन अब मौसम विभाग की ओर से राहत की उम्मीद जताई जा रही है।

Random Image

मानसूनी तंत्र की कमजोरी से राहत की संभावना

मौसम विभाग के अनुसार छत्तीसगढ़ में मानसूनी तंत्र अब कमजोर पड़ने की संभावना है। इसके प्रभाव से प्रदेश में बारिश की तीव्रता में कमी आ सकती है। बुधवार को प्रदेश के कई हिस्सों में गरज चमक के साथ हल्की बौछारें पड़ने की संभावना है। इसके अलावा, कुछ इलाकों में वज्रपात की भी आशंका है।

उत्तरी छत्तीसगढ़ के ऊपर स्थित निम्न दाब क्षेत्र, जो अब सुस्पष्ट रूप से चिन्हित हो गया है, पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में उत्तरी छत्तीसगढ़ और उससे सटे पूर्वी मध्य प्रदेश की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके प्रभाव से रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग के अधिकांश क्षेत्रों में आज हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मानसूनी तंत्र की कमजोरी के कारण बारिश की गतिविधि और तीव्रता में कमी आने की संभावना है।

रायपुर और अन्य जिलों में मौसम की स्थिति

राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में आज सुबह से ही बादल छाए हुए हैं और ठंडी हवाएं चल रही हैं। बारिश की स्थिति भी बनी हुई है। हालांकि आगामी दो दिनों में मौसम ऐसे ही बने रहने की संभावना है। लेकिन बीते दिनों की तुलना में अब कम बारिश होने की संभावना जताई जा रही है।

बीते दिनों की बारिश की समस्या

पिछले दिनों की भारी बारिश ने छत्तीसगढ़ में आफत का रूप ले लिया है। लगातार बारिश के कारण नदियां और नाले उफान पर हैं और सड़कें जलमग्न हो गई हैं। कई इलाकों में घरों तक बारिश का पानी घुस गया है। जिससे लोगों की जिंदगी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।

आने वाले दिनों में राहत की उम्मीद

अब जबकि मानसूनी तंत्र कमजोर होने की संभावना है। प्रदेशवासियों को राहत मिलने की उम्मीद है। बारिश की गतिविधि और तीव्रता में कमी आने के साथ ही जलभराव और अन्य समस्याओं में भी कमी आ सकती है। मौसम विभाग की चेतावनियों के अनुसार प्रदेशवासियों को सावधान रहने की सलाह दी गई है।