दुर्ग-भिलाई. जिले के भिलाई इस्पात संयंत्र में तीन दिनों के भीतर दूसरा हादसा हो गया. गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात संयंत्र के एसएमएस-2 में काम के दौरान हाट मेटल की चपेट में तीन लोग आ गए. इसमें से एक नियमित कर्मचारी और दो ठेका श्रमिक शामिल हैं. तीनों घायलों को भिलाई इस्पात संयंत्र के सेक्टर-9 अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इन तीनों को बर्न वार्ड में रखा गया है, तीनों की स्थिति खतरे से बाहर है.
भिलाई इस्पात संयंत्र के एसएमएस-2 के कनवर्टर क्रमांक-3 में यह घटना रात 2:15 बजे के आसपास हुई. बताया जाता है कि इस्पात उत्पादन की प्रक्रिया के दौरान मेटल पोरिंग की जा रही थी. इस दौरान ही ब्लास्ट हो गया. जिससे वहां कार्यरत भिलाई इस्पात संयंत्र के नियमित कर्मचारी मान सिंह ठाकुर की हथेली का कुछ हिस्सा झुलस गया. मौके पर ही मौजूद ठेका श्रमिक भूषण लाल एवं गिरिकुमार पर भी हाट मेटल के छींटे पड़े वह भी आंशिक रूप से झुलस गए.
हादसे की जानकारी लगने के तुरंत बाद तीनों ही घायलों को भिलाई इस्पात संयंत्र के भीतर स्थित मेन मेडिकल पोस्ट लाया गया. जहां से उन्हें सेक्टर 9 अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. वर्तमान में उन्हें बर्न यूनिट में रखा गया है. तीनों घायलों की स्थिति खतरे से बाहर है. इधर हादसे की जानकारी लगने के बाद घटनास्थल एवं सेक्टर-9 अस्पताल में कर्मचारी यूनियनों के नेताओं का पहुंचना शुरू हो गया. वह घायलों की हाल चाल जानने के साथ ही घटना की वजह जानने में भी लगे रहे. इधर बताया जाता है कि संयंत्र प्रबंधन ने इस हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं.
गौरतलब है कि भिलाई इस्पात संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस साथ में बीते बुधवार को हादसा हो गया था. इसमें एक ठेका श्रमिक राहुल उपाध्याय की झुलसने से मौत हो गई थी. वहीं एक अन्य ठेका श्रमिक 90 फ़ीसदी झुलसा हुआ है. उसका उपचार सेक्टर 9 अस्पताल में चल रहा है. संयंत्र प्रबंधन ने इस मामले में विभाग के डीजीएम को निलंबित कर दिया है. वहीं 6 सदस्यों की टीम इस मामले की जांच कर रही है.