गौरेला-पेंड्रा-मरवाही. छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में पुलिस अपने ही मामले को नहीं सुलझा पा रही है. सवा साल बीत गए आरोपी अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. दरअसल, 14 महीने पहले 11 मार्च 2021 को यह बात सामने आई थी कि पूर्व एसपी सूरज सिंह परिहार का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर पैसों की मांग की गई थी. इस मामले को लेकर 14 मार्च को गौरेला थाना में एफआईआर भी हुई है. लेकिन 14 महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है.
नर्स से ठगी का मामला की अनसुलझा
जिले में सायबर सेल टीम का भी गठन किया गया है. जो शुरुआत में आरोपी की पतासाजी में जुटी थी. लेकिन अब ऐसा लगता है मामला ठंडे बस्ते में चला गया. जबकि हाल ही में इंग्लैंड का डॉक्टर बनकर महिला नर्स से लाखों रुपए ठगी का मामला भी अनसुलझा हुआ है. ऐसे में पुलिस जब पूर्व एसपी से जुड़े मामले की पतासाजी नहीं कर पा रही है. तो सवाल उठना लाजमी है.
प्रभारी मंत्री ने जताई नाराजगी
वहीं हाल ही में जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने भी पुलिस की कार्यप्रणाली से असंतुष्टता जाहिर करते हुए एसपी को लेकर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. जबकि पुलिस अधीक्षक अब मामले की गुत्थी जल्द ही सुलझा लेने का दावा कर रहे हैं.
एसपी ने कहा
एसपी त्रिलोक बंसल का कहना है कि फेसबुक और व्हाट्सएप्प से मेल के थ्रू जानकारी लेने में समय लगता है. टाइम टेकिंग प्रोसेस है. पुलिस का प्रकरण जब दर्ज हो जाता है. तो जब तक वो अपने अंतिम पड़ाव तक नहीं पहुंचता तब तक लंबित रहता है. इसमें जांच करते रहेंगे जब तक चालान ना कर दें.