जांजगीर-चाम्पा. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज जांजगीर चाम्पा जिले के नवनिर्मित बहुप्रतीक्षित रेलवे ओवरब्रिज खोखसा का वर्चुअल लोकार्पण किया। हावड़ा-मुबंई रेल मार्ग पर खोखसा के निकट 2926.29 लाख रूपए की लागत राशि से निर्मित हुआ हैं। यह ओवर ब्रिज 1168 मीटर लंबा रेलवे ओवरब्रिज हैं। यह रेलवे ओवरब्रिज जांजगीर जिले के अलावा रायगढ़, कोरबा जिले को भी जुड़ेगा.मुख्यमंत्री ने रेलवे ओवरब्रिज लोकार्पण अवसर पर सभी जिले वासियों को बधाई दी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज जांजगीर-चांपा में हावड़ा-मुंबई रेल-मार्ग पर खोखसा रेलवे ओवर ब्रिज का लोकार्पण किया जा रहा हैं। इसके लिए मैं आप सभी को बधाई देता हूं। इस निर्माण के पूरा हो जाने से हर रोज 10 हजार से ज्यादा लोगों को लाभ होगा। आवागमन में आसानी होगी और समय की भी बहुत बचत होगी। (Chhattisgarh News)
वही इस कार्यक्रम में विधानसभा के अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत एवं नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल सहित क्षेत्र सांसद भी मौजूद रहे। लोकार्पण अवसर पर सत्ता और विपक्ष दोनों पक्षों के नेताओं में श्रेय लेने का होड़ लगा रहा सभी ने अपने अपने प्रयास की सराहना करते नही थके।
विधानसभा के अध्यक्ष डॉ चरण दास महंत ने कहा कि, विगत 10 वर्ष पहले जब वह मंत्री थे। तब इस ओवरब्रिज की स्वीकृति कराई थी। उन्होंने आगे कहा कि जांजगीर- चांपा के बीच जो (-डेस) लगती है वह दूर होगी अब लोगों को असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा इस ओवरब्रिज निर्माण के दौरान लोगों से हमने बहुत गाली सुनी तब कहीं जाकर यह। ब्रिज पूरा होने जा रहा हैं…तो मौके पर मौजूद नेता प्रतिपक्ष भी पीछे नहीं रहे उन्होंने कहा कि इस रेलवे ओवरब्रिज के लिए रेल मंत्री से 7 बार मुलाकात कर 12 बार मीटिंग में चर्चा हुई है तब जाकर यह रेलवे ओवरब्रिज का आज लोकार्पण हो पाया हैं।वही आपको बता दें कि, लगातार 10 वर्षों के दौरान इस रेलवे ओवर ब्रिज निर्माण 6 कलेक्टर भी बदले जा चुके तब जाकर इस बहुप्रतीक्षित रेलवे ओवर ब्रिज का लोकार्पण आज हो पाया हैं। (Chhattisgarh News)
बैठक व्यवस्था को लेकर पत्रकार और पुलिस के बीच हुई बहस…
खोखसा रेलवे रेलवे ओवर ब्रिज लोकार्पण कार्यक्रम में जिला प्रशासन का भारी अव्यवस्था देखने को मिला। अतिथियों एवं पत्रकारों के लिए बैठने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण पत्रकार एवं कई अतिथि खड़े रहे। जिसको लेकर एक दैनिक अखबार के जिला प्रतिनिधि एवं पुलिस के बीच बहस भी हो गई। तब जाकर पत्रकारों को बैठने की व्यवस्था कराई गई। कम जगह में कार्यक्रम का व्यवस्था करना जिला प्रशासन के लिए सिर्फ एक औपचारिकता तरह निभाई गई जिसको लेकर भारी अव्यवस्था देखने को मिला हैं। (Chhattisgarh News)
लोकार्पण के समय शिलालेख का हुआ निर्माण..
खोखसा रेलवे और ब्रिज निर्माण में 10 वर्ष गुजर जाने के बावजूद विभाग को लोकार्पण के लिए शिलालेख लगाने का समय नहीं मिल पाया। ठीक मुख्य अतिथि आने से चंद घंटे पहले लोकार्पण का शिलालेख का निर्माण आनन-फानन में कराया गया तब जा कर लोकार्पण हुआ। विभाग की लापरवाही कहे या गैर जिम्मेदाराना रवैया इस व्यवस्था को लेकर लोगो ने खूब चुटकी ली।