Raigarh News : कुछ बीमारी ऐसी होती है जिसका इलाज काफी मंहगी होती है. ऐसे बीमारी से बचाने यदि वैक्सीनेशन किया जाए तो इसका फायदा सैकड़ों लोगों को मिल सकता है. ऐसे ही अब केंद्र सरकार की ओर से पहल की जा रही है. केंद्रीय बजट में इसके लिए प्रावधान किया गया है. इसमें 9-14 आयु वर्ग के बालिकायों का वैक्सीनेशन प्रारंभ किया जाएगा. इस पहल को लेकर लोगों में खासा उत्साह है. हालांकि न तो शिक्षा विभाग में और न ही महिला बाल विकास विभाग में इस आयु वर्ग के बच्चियों की जानकारी है. जबकि दोनों ही विभाग में इनके लिए कई तरह की योजनाएं संचालित होती है.
दरअसल, यह सर्वाइकल कैंसर का एक टीका है जिसे लगाने की पहल केंद्र सरकार कर रही है. अमूमन यह बीमारी महिलाओं में ज्यादा होने की संभावना रहती है. इसके कारण इससे बचाव के लिए पहले से ही अन्य बीमारी के बचाव के लिए जैसे टीका लगता है उसी तर्ज पर टीकाकरण किया जाएगा. महिला चिकित्सक डॉ. वाय के शिंदे ने बताया कि एचपी वायरस के कारण कैंसर का खतरा रहता है. इस वायरस का टीका पहले ही इजाद हो गया है, लेकिन काफी महंगा है. सेक्सुअल इफेक्ट के पहले इस टीका को लगाने से बीमारी का खतरा काफी कम हो जाता है. ऐसे में केंद्र की ओर से की गई पहल सराहनीय है। इसका फायदा सैकड़ों लोगों को मिलेगा.
कम लोग लगाते हैं टीका
अभी इस वायरस का टीका लग रहा है, लेकिन काफी महंगा होने के कारण लोग लगाना नहीं चाहते. ऐसे में अब इसका टीकाकरण होगा तो इसका लाभ सैकड़ों लोगों को मिलेगा. हालांकि यह कब तक फलीभूत होगा यह अभी कहा नहीं जा सकता.
लड़कियों की जानकारी नहीं
शिक्षा विभाग में स्कूलों में दर्ज संख्या की जानकारी रहती है, लेकिन अभी तक एंट्री नहीं हो सका है. याने इस साल किस स्कूल में कितने बच्चे पढ़ते हैं इसकी जानकारी नहीं है. इसी तरह महिला बाल विकास विभाग भी महिलाओं और किशोरी बालिकाओं के लिए काम करता है, लेकिन इस विभाग में भी कोई सूची नहीं है. ऐसे में यदि केंद्र और राज्य सरकार दोनों विभाग से जानकारी मांगेगी तो दे ही नहीं पाएंगे. याने शिक्षा विभाग का काम इतना धीरे चल रहा है कि नौ दिन चले अढ़ाई कोस वाली कहावत चरितार्थ हो रही है.