Chhattisgarh News: EOW और ACB की टीम ने दुर्ग जिले के जामुल पटवारी नीलकमल सोनी को रंगे हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। पटवारी ने जमीन के नामांतरण और ऋण पुस्तिका बनाने के लिए 6 हजार की रिश्वत मांगी थी। एसीबी ने इसके साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय सूरजपुर में पदस्थ सहायक ग्रेड 2 बाबू को भी 15 हजार रुपए की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है।
एसीबी से मिली जानकारी के मुताबिक जामुल पटवारी नीलकमल सोनी के खिलाफ लोगों से रिश्वत लेकर काम करने की शिकायतें काफी लंबे समय से मिल रही थी। इसी दौरान एक युवक ने एसीबी में शिकायत किया कि, जामुल पटवारी उससे जमीन नामांतरण और ऋण पुस्तिका बनाने के नाम पर 6 हजार रुपए रिश्वत मांग रहा है।
EOW / एसीबी रायपुर के निदेशक आरिफ एच. शेख ने पुलिस अधीक्षक ईओडब्ल्यू / एसीबी पंकज चंद्रा को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। इसके बाद चंद्रा ने शिकायत का सत्यापन कराया और टीम को कार्रवाई के लिए भिलाई भेजा। एसीबी की टीम ने शिकायतकर्ता को रंग लगे नोट 6 हजार रुपये दिए। उन रुपए को पटवारी ने जैसे ही रिश्वत के रूप में लिया एसीबी की टीम ने पटवारी को गिरफ्तार कर लिया। टीम ने पटवारी नीलकमल सोनी के पास से नोट जब्त कर उसके खिलाफ धारा 7 (क) के तहत मामला दर्ज किया है।
एसीबी रायपुर को यह भी शिकायत मिली थी कि, विद्यालय के वर्ष 2021-22 की मान्यता के नवीनीकरण के लिए 15,000 रुपये रिश्वत की मांग कर रहा है। जैसे ही बाबू रिश्वत लेने के लिए तैयार हुआ एसीबी ने शिकायतकर्ता को रंग लगे नोट दिया। जुगेश्वर प्रसाद ने 15 हजार रुपये रिश्वत लेने के लिए शिकायकर्ता को एक बुक डिपो में बुलाया था। वहां एसीबी ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।