रायपुर. नागपुर में 7 दिन का बागेश्वर धाम की कथा होनी थी लेकिन इसी बीच पंडित धीरेंद्र शास्त्री लौट आये। इसको लेकर श्रद्धा उन्मूलन समिति की ओर से डर से भागने की बात कही गयी थी। अब रायपुर में बागेश्वर धाम का दरबार लगा है, जहां उन्होंने समिति को चुनौती दी हैं कि वे रायपुर आये उनकी शंका दूर की जाएगी।
बागेश्वर धाम सरकार ने कहा कि अगर किसी को हमारी विद्या पर शंक है तो हमें उनकी चुनौती स्वीकार है। रायपुर में अभी 20-21 को हमारा दिव्य दरबार है आ जाये। आने जाने का किराया हम देंगे।
हनुमान जी को लेकर पं धीरेंद्र शास्त्री ने कही ये बात
हमें हमारे हनुमान जी पर पूरा भरोसा हैं, प्रवचन करना हनुमान जी की बात बताना क्या अंधश्रद्धा है? मैं सनातनी हूँ सनातन मेरा धर्म है, हिंदू सनातन धर्म पर विश्वास करना को अंधश्रद्धा कहना गलत। क्या हनुमान जी की पूजा करना उनका प्रचार करना गलत है? तो एफआईआर क्यों दर्ज की गई? हमारी कथा 7 दिन की थी हम कथा छोड़कर नहीं भागे, हिंदुओं के देवी देवता को इसलिए ही टारगेट बनाया जाता है क्योंकि हम काफी भोलेभाले लोग होते हैं, और हम धर्म के प्रति जागरूक हो रहें है, हमने कानून का उल्लंघन ना किया है ना करेंगे, साजिशे चल रही हैं लेकिन हम अपना काम करते रहेंगे, एक बागेश्वर सरकार को गिराने के लिए बहुत लोग लग गए हैं। लोग बोलते रहेंगे हम अपना काम करते रहेंगे, हमने घोषणा की थी कि हमारे खिलाफ साजिश करने वाले सामने आएंगे वे सामने आ रहे हैं आगे भी आएंगे।
छत्तीसगढ़ के स्कूली बच्चो की शिक्षा को लेकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा
स्कूलों में राम कथा और भागवत कथा अनिवार्य हैं। बच्चे शुरुआत से राम कथा सीखेंगे तो बड़े अधिकारी बनेंग। नहीं तो जीवन बीत जाएगा, नहीं सीख पाएंगे। राज्यपाल अनुसुइया उईके धन्यवाद की पात्र हैं कि उन्होंने संपूर्ण छत्तीसगढ़ को राममय बनाने की कोशिश की।
कौन सी पार्टी के हैं ? इस पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा
“हम बजरंग बली की पार्टी के हैं”