जांजगीर-चांपा। जिले को स्वच्छ जिला घोषित हुए 2 साल से अधिक हो गया है, लेकिन आज भी कई ग्राम पंचायत है। जहां के तत्कालीन सरपंचों और हितग्राहियो को शौचालय निर्माण की राशि का भुगतान नहीं हुआ है, ऐसा ही एक मामला सक्ति ब्लाक के नंदेली गांव में सामने आया है। जहां के तत्कालीन सरपंच ने गांव को ओडीएफ करने उधार में सामान और साहूकारो से ब्याज में पैसा लेकर मजदूरी भुगतान किया। लेकिन आज तक शौचालय निर्माण का राशि नही मिल पाया है, अधिकारियो के चक्कर करने के बाद भी 8 लाख से अधिक की राशि नही मिलने पर अब आत्मदाह करने की चेतावनी दे रहा है।
केंद्र सरकार की योजना को अमल में लाने के लिए जिला प्रशासन में 2 साल पहले सभी गांव में शौचालय बना कर ओडीएफ जिला घोषित करने की कवायद की और जिला जांजगीर चांपा जिला के साथ नंदेली गांव को भी ओडीएफ घोषित किया गया, लेकिन सक्ति ब्लाक के तत्कालीन सरपंच को शौचालय बनाना वर्तमान सरपंच और अधिकारियो की मनमानी के कारण बहुत महंगा पड़ रहा है और पूर्व सरपंच 2 साल से शौचालय निर्माण का 8 लाख रुपए पाने के लिए सरपंच और अधिकारियो का चक्कर काट रहा है।
पूर्व में सक्ति एसडीएम की जांच के बाद जनपद सीईओ ने सरपंच को पूर्व सरपंच की राशि भुगतान करने का आदेश भी दे दिया है, लेकिन सरपंच राशि जारी करने के बजाय धमकी दे रहा है और अधिकारी चुप्पी साधे बैठे है, लाखो रुपए की उधार लेकर शौचालय बना कर ओडीएफ ग्राम नंदेली बनाने वाले सरपंच को अब व्यापारी और साहूकारो का दबाव से परेशानी बढ़ गई है और उसने आज कलेक्टर कार्यालय पहुंच कर 31 मार्च याने कल तक शौचालय निर्माण के भुगतान नहीं होने पर 1 अप्रैल को आत्मदाह की चेतावनी दी है।
इस मामले में सक्ति एसडीएम ने बताया की 1 अप्रैल को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सक्ति में दौरा है, जिसके नंदेली के पूर्व सरपंच के भुगतान के विषय में कारवाई नही कर पा रहे है, जनपद सीईओ ने 10 दिन में प्रकरण का परीक्षण कर भुगतान कराने का वादा किया है, रही बात आत्मदाह की तो तत्कालीन सरपंच अभी परेशान है उसको बुला का समझा लिया जायेगा।