देखिये वीडियो..मुर्दे को ज़िंदा करने का खेल…

मरच्यूरी से शव निकालकर चलता रहा झाडफूंक का खेल

10 घंटे पहले सर्पदंश से हो चुकी थी बालिका की मौत

अम्बिकापुर

“दीपक साराठे” 

यह तस्वीर जिला अस्पताल के मरच्युरी कक्ष के सामने की है। सर्पदंश से बालिका की मौत के 10 घंटे बाद जशपुर-बगीचा से बैगा बुलवाकर लगभग एक घंटे तक झाडफूंक का खेल चलता रहा। बगीचा से आया बैगा शिव प्रसाद का यह दावा था कि उसने कई ऐसे पीडि़तों को ठीक किया है जो सांप के काटने व जहर फैलने के बाद जिंदा अवस्था में थे। एक घंटे तक झाडफूंक के बाद भी बालिका पर जब कोई असर नहीं हुआ तो परिचित की चीख पुकार निकलने लगी। यह दृश्य पुलिस व वहां अन्य मृतकों के परिजनों की बीच का है।

जानकारी के अनुसार सीतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम राधापुर निवासी कक्षा 8 वीं की छात्रा प्रीति मिंज पिता सोमारू मिंज उम्र 15 वर्ष रविवार की रात अपने घर में जमीन पर दादी नोहरी बाई व छोटा भाई निलेश के साथ सो रही थी। इसी दौरान करैत सांप ने उसे काट लिया। बालिका को सांप काटने के बाद परिजन उठे और सांप को पकड़ कर मार डाला। तत्काल बालिका को सीतापुर अस्पताल लाया गया, जहां से चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल रिफर कर दिया। रात 2 बजे उसे जिला अस्पताल में दाखिल किया गया,जहां 3 बज तड़के उसकी मौत हो गई। आज सोमवार को पुलिस कार्यवाही के दौरान बालिका के परिजनों ने बगीचा से झाडफूंक करने वाला बैगा बुलवा लिया। परिजनों का विश्वास था कि उसकी पुत्री जिंदा हो सकती है। इसी कारण से परिजन पोस्टमार्टम के लिये लगने वाला सामान लाने में भी पुलिस के सामने मना कर रहे थे। झाडफूंक के लिये काफी मनोव्वल के बाद पुलिस ने परिजन की आस्था व विश्वास देख उन्हें इसकी मंजूरी दे दी। इसके बाद मरच्यूरी से बालिका का शव निकाल कर बैगा वहीं बैठ एक घंटे तक झाडफूंक करता रहा। इस बीच बारिश भी होने लगी पर न तो झाडफूंक वाला बैगा हटा और न परिजन वहां से दूर हुये। पोस्टमार्टम कक्ष व मरच्युरी के सामने यह दृश्य अन्य लोग भी देखते रहे। अंततरू बैगा ने जब हार मान ली तो परिजन चीख पड़े। इस पूरे खेल के बाद अंततरू बालिका का पोस्टमार्टम हो सका।

 

देखिये वीडियो :-मौत के दस घंटे बाद मृतक को ज़िंदा करने का प्रयास करता गुनिया

https://youtu.be/fAKTDmd-Qz8