Raipur: शनिवार से छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक-राजनीतिक मानचित्र में 31 जिले हो जाएंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दो नये जिलों का उद्घाटन करने जा रहे हैं। इसमें 30वां जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ दो जिलों का क्षेत्र मिलाकर बन रहा है। इससे रायगढ़ और बलौदा बाजार-भाटापारा जिलों का भूगोल बदल रहा है। वहीं राजनांदगांव जिले से अलग होकर प्रदेश का 31वां जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई अस्तित्व में आएगा।
तय कार्यक्रम के मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सारंगढ़ और खैरागढ़ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान इन दोनों जिलों के कलेक्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक कार्यालय का लोकार्पण करेंगे। इसी के साथ इन जिलों का औपचारिक उद्घाटन भी हो जाएगा। इस समारोह में नवगठित जिलों में विकास एवं निर्माण कार्यों के लिए 931 करोड़ 37 लाख के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण भी प्रस्तावित है। सारंगढ – बिलाईगढ़ जिले की घोषणा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 15 अगस्त 2021 के भाषण में की थी।
खैरागढ़-छुई खदान-गंडई जिले का वादा इस साल हुए खैरागढ़ विधानसभा उप चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र का हिस्सा था। कांग्रेस प्रत्याशी की जीत के तुरंत बाद मुख्यमंत्री ने इसे जिला बनाने की घोषणा कर दिया था। गुरुवार को ही इन जिलों के गठन की प्रशासनिक अधिसूचना का प्रकाशन हो गया। उद्घाटन के बाद जिले औपचारिक रूप से अस्तित्व में आ जाएंगे। अधिकारियों का कहना है, नया जिला बन जाने से यहां के लोगों को काफी राहत मिलेगी और कई महत्वपूर्ण कार्य आसानी से होंगे।
नवगठित सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले का मुख्यालय सारंगढ़ में होगा। यह रायगढ़ से रायपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-200 पर स्थित है। यहां रियासत कालीन समय से हवाई पट्टी भी है। जिला मुख्यालय सारंगढ़ छत्तीसगढ़ गठन के पूर्व से तहसील मुख्यालय एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व का मुख्यालय था। बिलासपुर संभाग के अंतर्गत आने वाले जिला रायगढ़ के उप खण्ड सारंगढ़, तहसील सारंगढ़ एवं बरमकेला तथा रायपुर संभाग के अंतर्गत आने वाले जिला बलौदाबाजार-भाटापारा के उप ड- बिलाईगढ़ और तहसील बिलाईगढ़ को शामिल खण्ड-1 करते हुए नये जिले सारंगढ़-बिलाईगढ़ का गठन किया गया है। अब इसमें तीन तहसील सारंगढ़, बरमकेला एवं बिलाईगढ़ एवं उप तहसील कोसीर तथा भटगांव शामिल होंगे। नवगठित जिले में तीन जनपद पंचायत सारंगढ़, बरमकेला व बिलाईगढ़ शामिल हैं। इस नवगठित जिले की सीमाएं उत्तर में रायगढ़, दक्षिण में महासमुंद जिले तथा पूर्व में उड़ीसा के बरगढ़ और पश्चिम में बलौदा बाजार तथा उत्तर-पश्चिम में जांजगीर-चाम्पा जिले से लगी हुई है।
नवगठित खैरागढ़-छुई खदान-गंडई का जिला मुख्यालय खैरागढ़ में बना है। यह खैरागढ़ रियासत का भी मुख्यालय रहा है। इससे पहले यह राजनांदगांव जिले की एक तहसील हुआ करती थी। दुर्ग संभाग के तहत इस जिले की जनसंख्या जनसंख्या 3 लाख 68 हजार 444 है। कुल ग्रामों की संख्या 494 तथा 3 नगरीय निकाय हैं। दो उप खण्ड खैरागढ़ एवं गण्डई – छुईखदान होंगे। तीन तहसील गण्डई, छुईखदान, खैरागढ़ होंगे, वहीं 2 विकासखण्ड छुईखदान एवं खैरागढ़, 16 राजस्व निरीक्षक मंडल होंगे। इस जिले में 107 पटवारी हल्का, 221 ग्राम पंचायतें है। नये जिले के उत्तर में कबीरधाम जिला, दक्षिण में राजनांदगांव की डोंगरगढ़ तहसील, पूर्व में दुर्ग की साजा और बेमेतरा की धमधा तहसील और पश्चिम में जिला – बालाघाट (मध्यप्रदेश) की लांजी तहसील की सीमाएं लगी है।