बालोद. कहते हैं ना जिनके हौसले बुलंद हो वे हर मुश्किल से मुश्किल काम कर लेते हैं और उसमें अच्छी मुकाम भी हासिल कर लेते है। ऐसी ही एक कहानी आज हम आपको बताने जा रहे हैं जो बालोद जिले के घुमका गांव से निकलकर सामने आ रही है। जहां एक 12 साल की नन्ही बिटिया नरगिस ने कमाल कर दिया है। स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ने वाली छठवीं की छात्रा ने दसवीं का एग्जाम दे 90 परसेंट (90%) मार्क ले आये। जिले के समेत छत्तीसगढ़ का नाम गौरवान्वित कर दिया है।
बता दे कि, घुमका गांव में रहने वाले फिरोज खान की पुत्री नरगिस खान महज 12 साल की है और वह 6 वीं में पढ़ाई कर रही थी, तब कोरोना का समय था सोशल मीडिया के माध्यम से पढ़ाई करनी थी तब बीटिया को लगा कि वो उच्च स्तर का एक्जाम निकाल सकती है, उसके बाद माता पिता के पास अपनी बात रखी और मन मे ठाने सपने को पूरा करने पिता ने ऑफिसों के चक्कर लगाए जिला प्रशासन से गुहार लगाई जिसके बाद बच्ची का आईक्यू टेस्ट हुवा और बच्ची को 6 के बाद सीधे 10 वीं का एक्जाम दिलाने की परमिशन भी मिल गई। परमिशन मिलते ही बच्ची ने ठाने हुए अपने को पूरा करने के लिए रोज 7 से 8 घण्टे पढ़ाई शुरू की और नतीजा आज सामने आया कि बच्ची ने 543 अंक 90.5%ले अपने सपने को साकार किया।
नरगिस नही है संतुष्ट
जिस हिसाब से परिणाम आये है जिले समते पूरा छत्तीसगढ़ गर्व कर रहा है।नरगिस पर, परन्तु नरगिस का मानना है कि उसके परसेंट और आने थे और टॉप टेन में जगह मिलनी थी परंतु 90.5%आया है मैं दुबारा पेपर चेक करवाउंगी।
नरगिस का सपना है कि वो सबसे कम उम्र में यूपीएससी (UPSC) किलियर करे नरगिर के पापा और माता खेती का काम करते है और अपने बच्चों को पढा रहे है। नरगिस खान के पिता फिरोज खान ने इस उपलब्धि से खुशी जाहिर करते हुए जिला प्रशासन कलेक्टर महोदय मुख्यमंत्री और डीईओ सहित सभी का आभार जताया और बताया कि बीटिया जिनकी भी बेटियां पढ़ना चाहती है। उनके परिजनों को आगे आके इसके साथ खड़ा रहना है ताकि बेटियां आगे बढ़ सके हमारी बेटी की सफलता से हम काफी खुश है।
वही नरगिस की इस सफलता पर कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने कहा कि नरगिस का आईक्यू टेस्ट (IQ Test) करा विषेस परमिशन से 10 वीं की परिक्षा दिलाई गई नरगिस न केवल फस्ट डिवीजन आई बल्कि नरगिस 90% मार्क लाया जो बड़े गर्व की बात है मैं उनको और उनके परिवार को बधाई देता हूं।