बिलासपुर. हाथियों का दल बिलासपुर के सोंठी क्ष्रेत्र के जंगल पहुंच गया है। हाथियों के दल में 5 शावक सहित 11 हाथी मौजूद हैं। वन विभाग हाथियों के मूवमेंट पर निगरानी रख रहा है। वन विभाग का अलग – अलग दस्ता क्षेत्र में तैनात किया गया है। साथ ही आसपास के गांवों में मुनादी कराकर अलर्ट रहने कहा गया है। फिलहाल जान माल का कोई नुकसान नहीं हुआ है।
जानकारी के मुताबिक हाथियों का दल रात 2 बजे खम्हरिया बस स्टैंड होते हुए मड़ई- बिटकुला के रास्ते अदराली जंगल पहुंच गया है। आज मंगलवार की सुबह 8 बजे हाथियों के दल को अदराली – नवापारा के जंगल मे विचरण कर देखा गया है। हाथियों के झुंड के पीछे वन विभाग की टीम लगी हुई है।
बता दें, कि 11 हाथियों का दल बीती रात 12 बजे तक लुतरा के करीब लीलागर नदी के किनारे चंगोरी जंगल में था। हाथियों का दल रात करीब 12:30 बजे चंगोरी जंगल से नदी के किनारे होते हुए ग्राम ऊनी पहुंचा, वहां शमशान घाट के पास कुछ देर रुककर ग्राम खम्हरिया आईटीआई के पीछे से रात 2 बजे खम्हरिया बस स्टैंड से पार होकर मड़ई बिटकुला के रास्ते अदराली जंगल में प्रवेश किया, इसके बाद निरतु होते हुए जेवरा नवापारा के घने जंगलों में विचरण कर रहे है।
वन विभाग का अनुमान है, कि हाथियों का दल अब कटरा जंगल के रास्ते से अलग हो गया है। हाथियों का जिस तरह से मूवमेंट है उस आधार पर ग्राम मुरली के जंगल होते हुए बोइदा जंगल मे प्रवेश करेगा अगर खोंधरा जंगल की ओर रुख करता है, तो पाली की ओर जाने की संभावना है।
वन विभाग के अफसरों ने बताया कि रात 1:30 बजे से 2:30 बजे तक खम्हरिया बस स्टैंड के पहले सीपत- बलौदा मार्ग में वाहनों की आवाजाही को बंद करा दिया गया था, ताकि हाथियों का दल आसानी से खम्हरिया मेन रोड को पार कर सके, इस दौरान वाहनों की हेड लाइट को भी बंद करा दी गई थी, रात 2 बजे हाथियों के दल ने जब खम्हरिया बस स्टैंड को पार कर लिया, तब सीपत बलौदा मार्ग को आवागमन के लिए चालू कराया गया।