Chhattisgarh: 40 लाख का सीसी रोड 15 दिन में खराब, कमीशनखोरी की भेंट चढ़ा रोड; अनुभवहीन ठेकेदार को मिला काम, कांग्रेस के राज में नगर पालिका में बड़ा भ्रष्टाचार

जांजगीरचांपा। लापरवाह ठेकेदार के चलते नगर पालिका वार्ड क्रमांक 18 में बना सीसी रोड कमीशनखोरी का भेंट चढ़ गया। 40 लाख में बने रोड 15 दिन में खराब हो गया है। अब मोहल्लेवासी नए रोड में उड़ रहे धूल से परेशान हो रहे हैं।  वहीं रोड में पत्थर निकल आए हैं, ना तो सीमेंट जम पाया है, न हीं ठेकेदार द्वारा समय में क्यूरिंग किया गया है। जिसके चलते पूरा रोड खराब हो गया है। अब ठेकेदार भुगतान के लिए नेताओं के चक्कर काट रहा है। कमीशन के भेट चढ़े इस रोड की सारी जिम्मेदारी नगर पालिका अधिकारी एवं इंजीनियर के ऊपर गढ़ी जा रही है। 

शिकायत के बाद ठेकेदार को मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा फटकार भी लगी है। बावजूद ठेकेदार अब रोड को सुधारने के बजाय रोड के ऊपर पैरा बिछा के भ्रष्टाचार को ढकने का काम कर रहा है। वार्ड नंबर 18 के मोहल्ले वासी इसकी शिकायत नगरपालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी से भी कर चुके हैं। मुख्य नगर पालिका अधिकारी का कहना है कि ठेकेदार को पत्र लिखकर अवगत कराया गया है। वहीं रोड को दोबारा निर्माण करने की बात कहते हुए भुगतान को रोक दिया गया। लेकिन ठेकेदार भुगतान निकालने को लेकर अधिकारियों से दबाव बना रहा है। वही नेतागिरी करा के मुख्य नगरपालिका अधिकारी एवं अकाउंटेंट के ऊपर दबाव बना रहा है। अब देखना होगा कि इस कमीशन के भेंट चढ़े रोड के ऊपर नगर पालिका अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं। वही ठेकेदार एवं इंजीनियर के ऊपर क्या कार्रवाई होती है। 

पूर्व सांसद एवं कांग्रेस के नेता का निवास

नगर पालिका के वार्ड नंबर 18 में जहां रोड का निर्माण हुआ है। उसी वार्ड में भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद कमला देवी पाटले एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं कई जनप्रतिनिधि निवासरत है। बावजूद ठेकेदार द्वार इस तरह रोड निर्माण में भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है। यह समझ से परे हैं।

अनुभवहीन ठेकेदार से लिया गया काम

नगर पालिका अधिकारियों द्वारा अनुभवहीन ठेकेदार को 40 लाख लागत में बने सीसी रोड निर्माण के लिए दे दिया गया। बताया जा रहा है कि इस ठेकेदार को इसके पहले सीसी रोड निर्माण का अनुभव नहीं था। बावजूद अधिकारियों जनप्रतिनिधियों में साठगांठ कर 40 लाख रुपए में बने रोड में खूब भ्रष्टाचार किया गया है। वही अब ठेकेदार नगर पालिका भुगतान पाने चक्कर लगा रहा है।