@संजय यादव
जांजगीर-चांपा। शहर में कदम-कदम पर मेडिकल स्टोर में नशा बिक रहा है। जहां कुछ मेडिकल स्टोर पर ही नशे में प्रयोग होने वाली दवाएं बड़ी आसानी से मिल रही है वहीं कुछ तस्कर इन टेबलेट को 5 गुना दाम पर नशा करने वालों तक पहुंचा रहे हैं। शहर में कदम-कदम पर मेडिकल नशा की बिक्री होती देखी जा सकती है। मेडिकल संचालक बिना पर्ची के मेडिकल नशा बेच रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। एनडीपीएस के दायरे में नहीं आने के कारण ऐसे तस्करों पर किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं हो पाती किसके कारण इनके हौसले बड़े होते हैं. वही शहर के आसपास ग्रामीण इलाको के मेडिकल स्टोर में नशीली दवाइयां का कारोबार मेडिकल संचालक द्वारा किया जा रहा है।
हाल ही में कोतवाली पुलिस ने नशे के तस्करों के साथ नशीली दवाइयां जब्त किया था. पकड़ में आने के बाद मामला सामने आया,लेकिन अंदर ही अंदर ऐसे कई वर्षो यह गोरख धंधा चल रहा है. मेडिकल स्टोर के संचालक आसान तरीके से दवाइयां खुलेआम बिक्री कर रहे हैं. बिना डॉक्टर के पर्ची के बगैर ग्राहक को नशीली दवाइयां बेची जा रही है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग एवं ड्रग इंस्पेक्टर द्वारा किसी प्रकार मॉनिटरिंग व कार्रवाई नहीं की जा रही. जिसके चलते यह कारोबार जिले में धीरे-धीरे अपना पैर पसार रहा है. शहर में आए दिन नशे में युवक तेज रफ्तार में गाड़ी चलते चौक चौराहा पर दिख जाएंगे, इसका नतीजा नशीली दवाइयां का प्रयोग बताया जा रहा है. आए दिन ऐसे असामाजिक लोगों को कम पैसे में नशे का सामान उपलब्ध हो जाता है जिसके चलते ये नशे के आदी हो जाते हैं और लंबे समय इसका उपयोग करते हैं।