जांजगीर-चांपा…जिले में निजी स्कूलों में आरटीई (शिक्षा के अधिकार) के तहत मिलने वाले राशि में भारी भ्रष्टाचार के बाद अब शिक्षा विभाग अलर्ट हो गया हैं। जिला शिक्षा अधिकारी ने अब उन सभी 171 निजी स्कूलों को आईटी से प्राप्त राशि की जांच के निर्देश दिए हैं। आशंका हैं कि, इन 171 स्कूलों में भी गड़बड़ी हुई होगी। जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश के बाद निजी स्कूल संचालकों में हड़कंप मच गया हैं। आपको बता दें कि, जांजगीर-चांपा जिले में निजी स्कूल संचालक एवं जिला शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की सांठगांठ से भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया हैं। स्कूलो को शासन से मिलने वाली आरटीई की राशि में हेराफेरी हुई हैं। शिक्षा विभाग के कर्मचारी एवं स्कूल संचालकों द्वारा तय राशि को बढ़ाकर ज्यादा का भुगतान करने की आशंका पर जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच के निर्देश दिए हैं।
अब जांजगीर चांपा के इन 171 निजी स्कूलों की कड़ाई से जांच शुरू होगी। इससे पहले बलौदा के एक निजी स्कूल में आरटीई के तहत मिलने वाली राशि को बढ़ाकर ज्यादा का भुगतान होना पाया था। अब शिक्षा विभाग के अधिकारी अलर्ट हो गए हैं। अब पूरे जिले के निजी स्कूलों को शासन से मिलने वाली राशि की जांच की जाएगी। जिले में और भी कई स्कूल ऐसे हैं जहां के स्कूल संचालक द्वारा गड़बड़ी की गई हैं। बच्चों की संख्या को फर्जी तरीके से ज्यादा बताकर शिक्षा विभाग में मांग पत्र भरा गया है। इसी मामले में शिक्षा विभाग के तत्कालीन डीईओ एवं क्लर्क सहित कंप्यूटर ऑपरेटर एवं निजी स्कूल के संचालक के ऊपर कड़ी कार्यवाही करते हुए एफ आई आर दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
जांच के दायरे में कई स्कूल…
निजी स्कूलों में बीपीएल श्रेणी में पढ़ने वाले बच्चों को सरकार फ्री में शिक्षा देती हैं। जिसका भुगतान शासन के द्वारा निजी स्कूलों को की जाती है। इसी का फायदा उठाकर शिक्षा विभाग एवं निजी स्कूल संचालक द्वारा ज्यादा बच्चों की संख्या बता कर शासन से तय राशि से ज्यादा का मांग पत्र भर कर भेज दिया जाता हैं। शासन से राशि मिलने के बाद आपस मे बंदरबांट करके बांट लिया जाता हैं। जिसका भंडाफोड़ पिछले दिनों हो चुका हैं। इसके बाद शिक्षा विभाग हरकत में आया है। अब सभी 171 स्कूलों को जांच के निर्देश दिए हैं। जिले में कई ऐसे स्कूल हैं। जो जांच के दायरे में हैं। आपको बता दें कि, जिला मुख्यालय में दर्जनों ऐसे स्कूल हैं। जहां जमकर आरटीई में भ्रष्टाचार हुआ हैं। अगर इन निजी स्कूलों को बारीकी से जांच की जाए तो कई खुलासे हो सकते हैं। वहीं कई स्कूल संचालक की भी गिरफ्तार हो सकते हैं।