Breaking: दो ग्रामीणों के मौत के बाद आखिरकार नींद से जागा जिला प्रशासन… कलेक्टर डायरिया प्रभावित गांव कोसीर पहुंचे,लिया जायजा… बारिश के मौसम में PHE विभाग द्वारा नहीं किया जाता ग्रामीण इलाको का पानी की जांच…लाखों का फंड आने के बाद भी ये हाल..!

जांजगीर चांपा। जांजगीर चांपा जिले के पामगढ़ विकासखंड के ग्राम कोसीर में डायरिया से दो लोगों के मौत के बाद आखिरकार जिला प्रशासन की नींद खुली है. और दलबल सहित प्रभावित गांवों में निरीक्षण के लिए पहुंचे है। बारिश के मौसम में लाखों का फंड ग्रामीण क्षेत्र के पानी की जांच सैंपल एवं क्लोरीन पाउडर जांच के लिए आता है लेकिन PHE विभाग द्वारा भ्रष्टाचार का भेट चढ़ जाता है . जिसके चलते बारिश के मौसम में जिले में कई गांव में डायरिया का प्रकोप देखने को मिलता है। हाल ही में जिले में दर्जनों गांव ऐसे हैं जहां डायरिया के कहर से सैकड़ों लोग प्रभावित है. लेकिन अभी तक न तो जिला प्रशासन न ही PHE विभाग द्वारा गांव में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। न हीं पानी की जांच की जा रही है। PHE विभाग में लाखों के फंड आते हैं लेकिन अधिकारियों के भ्रष्टाचार के भेट चढ़ जाते है। और बिना जांच के दूषित पानी पीने से दर्जनों ग्रामीणों की मौत हो जाती है.पूरे मामले में phe विभाग के अधिकारी से जानकारी ली गई की विभाग ने अभी तक कितने ग्रामीण इलाको का दौरा कर पानी की जांच कराई गई है, तो विभाग के एक्सक्लूसिव इंजीनियर सुमन ने कहा कि मैं किसी प्रकार की जानकारी नहीं दे सकता। इस तरह विभाग गैर जिम्मेदार अधिकारियों के रवैए से ग्रामीणों की जान जा रहे हैं। जिसके जिम्मेदार जिला प्रशासन हैं।

अब जब ग्रामीण डायरिया से तड़प रहे हैं तब कलेक्टर आकाश छिकारा ने पामगढ़ विकासखण्ड के डायरिया प्रभावित ग्राम कोसीर पहुँच कर गांव की विभिन्न जगहों का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ विभाग को घर-घर जाकर मरीजों का सर्वे करने निर्देश दिये । कलेक्टर ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से भी भेंटकर उपचार व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने डायरिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ अमले को सतर्क रह कर 24 घण्टे मरीजों का इलाज करने एवं अधिक से अधिक संख्या में अधिकारी कर्मचारी की ड्यूटी लगाने कहा और चिकित्सकों को उनका बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने गंभीर मरीजो को सामुदायिक स्वास्थ केंद्र पामगढ़ एवं जिला अस्पताल जांजगीर रेफर करने के निर्देश दिए है । इस दौरान कलेक्टर ने डायरिया रोकने के लिए अधिकारियों को जन जागरूकता के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर नागरिकों से पानी उबाल कर ही पीने का आग्रह किया है । उन्होंने पीएचई विभाग के अधिकारियो को जल स्रोत की जाँच करने एवं नालियो की साफ सफाई करने के निर्देश दिए है ।