जांजगीर-चांपा. जिला शिक्षा कार्यालय में डीईओं के पद को लेकर विवाद आखिरकार और गहराते जा रहा है। शुक्रवार को कोर्ट से स्टे लाने के बाद पूर्व डीईओ डीके कौशिक सुबह 1 बजे दफ्तर पहुंचे और खुद ताला खोलकर कुर्सी पर बैठ गए। वहीं वर्तमान डीईओ केएस तोमर बोर्ड परीक्षा की ड्यूटी करते नजर आए। दफ्तर के कर्मचारी उपस्थिति पंजी डीईओं के दप्तर मे होने के कारण 1 बजे तक अपना उपस्थिति दर्ज नही कर पाये थें। क्योकि पूर्व डीईओ कौशिक दप्तर का चाबी अपने पास रख कर घर चले गये थे। वही आज कल बोर्ड परीक्षा भी चल रही जिसके कारण वहां के कर्मचारियों को फाइलों में दस्तखत कराने हांेते है वो इस स्थिति में नही है कि किस डीईओ से दस्तखत कराएं। कई कर्मचारी फाइल को दबाए रखे है दस्तखत ही नहीं कराये। इधर कुछ लोग वर्तमान डीईओ तोमर के आने का इंतजार करते रहे, लेकिन वे शाम को दफ्तर जरूर आए और कुछ देर बाद डाइट के कार्यक्रम में शामिल होने चले गए। वही डीके कौशिक का कहना है कि मेरे पास कोर्ट का स्टे आर्डर तो मै अभी डीईओ हूं। उधर केएस तोमर का कहना है कि उनके स्टे आर्डर स्पष्ट नही लिखा है कि आप का पदस्थापना के साथ साथ डीईओ के पद पर ही रहे। इस मामले पर कलेक्टर नीरज बंसोड ने कहा डी के कौशिक का स्टे आर्डर आया तब तक आचार संहिता लग गया था। चुनाव आयोग को मामले के बारे मे एक पत्र लिख कर सूचना दिया है जब तक राज्य निर्वाचन आयोग का निर्देश नही आ जाता तब तक केएस तोमर ही डीईओ के पद पर जांजगीर चापा जिला कार्यालय पर पदस्थ रहेगें। वही अगर कार्यालय मे डी के कौशिक द्वारा ताला लगा कर चाबी कर ले जाया जाता है तो जांच की जायेगी। और सही पाये जाने पर कार्यवाही भी की जायेगी।