जांजगीर-चांपा…जिला जेल खोखरा में जेल के अंदर बंदियों के बैरक में अधिकारियों द्वारा तलाशी ली गई। तलाशी में संदिग्ध नशीली वस्तुएं मिलने के बाद सभी सामानों को जप्त कर लिया गया। इसी बात को लेकर बंदियों के बीच आपस में विवाद हो गया और विवाद इतना बढ़ गया कि आपस मे खून खराब हो गया। बंदी जेल अंदर एक-दूसरे पर आपस में टूट पड़े और हंगामा हो गया। बंदियों को सिर हाथ पैर में चोट आई हैं। वही बताया जा रहा हैं कि, इसकी सूचना पर अधिकारियों ने कुछ बंदियों को जिला हॉस्पिटल में इलाज के लिए ले जाया गया हैं। जहां उनका इलाज कराए गए। आपको बता दें कि, यह कोई पहली घटना नहीं हैं। जेल के अंदर हमेशा संदिग्ध वस्तुएं मिलती रहती हैं। जिसको लेकर हमेशा विवाद किसी बनती हैं। इसी तरह आज भी बंदियों के पास सदिग्ध वस्तुएं मिलने से विवाद की स्थिति बन गई और बंदी आपस में खून खराब हो गया। आपको बता दें कि, जेलर एवं बंदियों के बीच हमेशा लेन-देन की खबर सामने आते रहती हैं। जिसको लेकर शिकायत की गई हैं। अभी भी जेल के अंदर तनाव की स्थिति बनी हुई है। वहीं कई बंदियों के हॉस्पिटल में इलाज कराया जा रहा हैं। घटना की सूचना पर बिलासपुर से भी अधिकारी पहुंचे हुए हैं।
जेल के अंदर गांजा, तंबाकू सिगरेट के अलावा नशे में मिले कई बंदी…
जेल के अधिकारियों ने बताया कि तलाशी के दौरान बंदियों के बैरक से कई संदिग्ध एवं नशीली वस्तुएं मिली हैं। जिसमें सिगरेट गांजा आदि शामिल हैं। वहीं कई बंदियों को एमएलसी कराया गया हैं। जिसमें नशा में होना पाया गया। इस तरह जेल के अंदर कई तरह की नशीली वस्तु मिल जाती हैं। शराब हो या सिगरेट गांजा हर प्रकार की संदिग्ध वस्तुएं जेल के अंदर मिल जाती हैं। इस तरह जेल के अंदर संदिग्ध वस्तुएं मिलने से जेलर के कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठता हैं। वही सबसे बड़ा बड़ा सवाल यह हैं कि, जेल के अंदर नशीली वस्तुएं कैसे पहुंचती हैं। बंदियों का कहना हैं कि, जेल के अंदर नशीली वस्तु पहुंचाने के लिए जेलर व पहरी को मोटी रकम देना पड़ता हैं। फिर जेल के अंदर सभी प्रकार की मिल जाती हैं।