जांजगीर चांपा। डॉ.भीमराव अंबेडकर मूर्ति अनावरण विवाद अब तूल पकड़ने लगा है. नगर पालिका जांजगीर नैला के बीजेपी पार्षदों ने कलेक्टर को कार्यक्रम को रद्द कर आने वाले समय में जिला प्रशासन के दिशा निर्देश पर पुनः कार्यक्रम तय कर मूर्ति का अनावरण करने की मांग किया गया है. लेकिन दूसरी ओर नगर पालिका के अध्यक्ष भगवान दास गढ़वाल द्वारा मनमानी ढंग से निमंत्रण कार्ड छपवाकर वितरण कर दिया है जिसकी जानकारी न तो जिला प्रशासन को है, न हीं नगर पालिका के सीएमओ प्रहलाद पाण्डेय को हैं.
नपा सीएमओ प्रहलाद पाण्डेय का कहना है कि कार्यक्रम के बारे में अध्यक्ष ने मुझे किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी है, न हीं मेरे से अनुमति लिया गया है. इस कार्यक्रम के बारे में कौन कार्ड छपवाया है यह भी मुझे नहीं मालूम, मुझे इस कार्यक्रम के बारे में किसी प्रकार की जानकारी नहीं है.
लेकिन इस मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में अध्यक्ष ने कार्ड छपवाकर नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरण दास महंत के हाथों ही लोकार्पण करवाने की जिद पर है, अध्यक्ष चाहते है कि इस मूर्ति का अनावरण नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत के ही हाथों हो। दूसरी ओर नगर पालिका के अधिकारी सहित भाजपा पार्षदो का कहना है कि इस कार्यक्रम में कांग्रेसी पदाधिकारी एवं नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा मनमानी करते हुए बिना अधिकारी के जानकारी के इस कार्यक्रम को किया जा रहा है,जो नियम की विरुद्ध हैं।
अब देखना होगा कि इन विवादों के बीच क्या नेता प्रतिपक्ष मूर्ति का अनावरण करने आते हैं. मूर्ति का अनावरण का कार्यक्रम कल 7 दिसंबर को दोपहर 2:00 बजे रखा गया है. जांजगीर के कचहरी चौक में डॉ. भीमराव अंबेडकर का विशाल मूर्ति का निर्माण हुआ है जिसकी लागत लगभग 30 लाख से ज्यादा की बताई जा रही है. लेकिन इस मूर्ति अनावरण के पहले विवाद शुरू हो गया है. दूसरी ओर जांजगीर चांपा जिले के भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारी भी एक दिन पहले जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर अध्यक्ष के खिलाफ मनमानी करने का आरोप लगाते हुए अध्यक्ष के खिलाफ कार्यवाही की मांग किए थे वही कार्यक्रम में किसी प्रकार की जानकारी नहीं देने का आरोप अध्यक्ष पर लगाए थे. अब अध्यक्ष भी अपने बात पर अड़े हुए है,उनका कहना है कि अब तो मूर्ति का अनावरण होकर रहेगा. वही भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा का कहना है कि अगर कल मूर्ति का अनावरण नेता प्रतिपक्ष के हाथों मनमानी ढंग या दबाव पूर्वक किया जाएगा तो हम नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ काले झंडे दिखाएंगे,और इसका पुरजोर विरोध करेंगे. क्योंकि किसी भी महापुरुष का अनावरण भूमि पूजन जिला मुख्यालय मे जिला प्रशासन के दिशा निर्देश के अनुसार होता है. न कि नगर पालिका अध्यक्ष अपने मनमानी से तय करता है. अध्यक्ष के खिलाफ नगर पालिका अधिकारी सहित भाजपा पार्षद एवं भाजपा के युवा मोर्चा के पदाधिकारी हो गए हैं. नगर पालिका अधिकारी इस कार्यक्रम में छपे निमंत्रण कार्ड एवं कार्यक्रम के संबंध में खंडन जारी कर मीडिया को बताया है कि यह कार्यक्रम पूरी तरह जिला प्रशासन के जानकारी के बगैर हो रहा है,अगर किसी प्रकार का विवाद होता है जिसकी जिम्मेदारी नगर पालिका अध्यक्ष का होगा. वही मूर्ति परिसर में किसी प्रकार का टेंट लगाना या मूर्ति अनावरण करने के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है. अब नगर पालिका अध्यक्ष के लिए भी यह चुनौती होगा कि नियम के विरुद्ध किस तरह यह मूर्ति अनावरण का कार्यक्रम करते हैं. वहीं छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष बिना जिला प्रशासन के दिशा निर्देश में यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है उस कार्यक्रम में किस तरह सरीख होते यह 7 दिसंबर को ही पता चल पाएगा. विवादों के बीच क्या डॉ. चरणदास महंत मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में पहुंचेंगे या यह कार्यक्रम को आने वाले समय के लिए स्थगित कर दिया जाएगा. यह सबसे बड़ा सवाल है ?
कार्यक्रम को लेकर शहर में तनाव की स्थिति है. कहीं न कहीं लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ने का आशंका जाहिर की जा रही है. अब जिला प्रशासन से लेकर पुलिस प्रशासन के लिए भी बड़ा चुनौती है. कि इस कार्यक्रम में हो रहे विवाद को किसी तरह सुलझा लिया जाए, नहीं तो आने वाले समय में यह बड़ा रूप ले सकता है।