जांजगीर-चांपा (संजय यादव)…. जिला मुख्यालय के आस-पास ग्रामीण इलाकों में नकली नोट बनाने का गिरोह सक्रिय नजर आ रहा हैं। मुख्यालय के पास लगे गांव में अपराधिक तत्वों के लोग इस वारदात को अंजाम दे रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जांजगीर- चांपा व सक्ती जिले में बड़ी मात्रा में नकली नोट बनाकर बाजार में खपाया जा रहा हैं। इस काम में लगे सरगना के मास्टरमाइंड द्वारा बहुत ही गुप्त रूप से इस काम को अंजाम दे रहा हैं। हालांकि, अभी तक नकली नोट के मामले सामने नहीं आए हैं। सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि, शहर के अलावा जिले से लगे अन्य शहरों में भी अपना एजेंट रखकर इस काम को अंजाम दिया जा रहा है। हालांकि, इसकी भनक कोतवाली पुलिस को भी नहीं है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि इसके पीछे पूरी टीम काम कर रही हैं।
जांजगीर चाम्पा की पुलिस को कुछ साल पहले जैजैपुर क्षेत्र के कराैंवाडीह के छोटेलाल यादव के होटल में गांव के शिव नकली नोट खपाते मिला था। तब इससे पूछताछ के बाद पुलिस को बड़े रैकेट का पता चला था। इससे मिली जानकारी के बाद तब पुलिस ने ओड़ेकेरा निवासी अन्नू चौहान (34) को पकड़ा था इसके पास से कलर प्रिंटर, स्कैनर, इंक व जेके ब्रॉड पेपर मिले। ये छत्तीसगढ़ के जांजगीर, सक्ती जैसे इलाकों में रहकर नकली नोट छापते हैं। तब इस गैंग के पास से 12 लाख 30 हजार 500 रुपए के नकली नोट बरामद किए थे।
रायपुर पुलिस ने 5 जनवरी 2023 को नकली नोटों के साथ दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था पुलिस ने नकली नोट के साथ शिव मनहरे और पराग रात्रे नाम के युवकों को पकड़ा था। खबर है कि ये छत्तीसगढ़ में नकली नोटों का रैकेट चला रहे थे। ये बात तब और पुख्ता हो गई जब पुलिस ने अरेस्ट हुए शिव का रिकॉर्ड चेक किया। शिव साल 2017 में नकली नोट के बड़े जखीरे के साथ गिरफ्तार हो चुका है। तब जांजगीर चांपा की पुलिस ने कार्रवाई की थी। जेल से छूटकर फिर से शिव इसी धंधे को आगे बढ़ा रहा था। पुलिस इससे जानकारी ले रही है। पुलिस को खबर मिली थी कि रायपुर के चूनाभठ्ठी पास जाली नोट रखे हुए दो युवक घूम रहे हैं। पुलिस की टीम ने इन्हें घेरकर पकड़ लिया। पूछताछ में एक ने अपना नाम शिव प्रसाद मनहरे और दूसरे ने पराग रात्रे बताया। ये दोनों सक्ति जिले के रहने वाले हैं। इनके पास से 2000 के 93, 500 के 93 और 100 के 184 जाली नोट बरामद हुए थे।