जांजगीर-चांपा…जिला पंचायत सीईओ के कार्यप्रणाली पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। अखबारों पर झूठी सुर्खियां बटोर कर वाहवाही लूटने वाले अधिकारी का पोल खुलने लग गया हैं। जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ ब्लॉक में जिस तरह चार पंचायत सचिवों को निलंबित किया गया हैं। इस कार्यवाही से जिला पंचायत सीईओ पर भी आंच आने शुरू हो गए हैं। आखिर पंचायत सचिवों पर ही सख्ती क्यों दिखाई गई। क्या इसकी जिम्मेदार खुद जिला पंचायत सीईओ नहीं हैं ? अगर सही समय पर मौके पर जाकर मॉनिटरिंग करते तो क्या यह गोबर खरीदी में लापरवाही की बात सामने आती। इस कार्यवाही से साबित होता हैं कि, बिना रिकॉर्ड जिले में गोबर की खरीदी हो रही हैं।
वही, दूसरी ओर बीजेपी ने जो आरोप सरकार पर गोबर घोटाले के लगाए हैं। उससे यह सही साबित होते दिख रहा हैं। जांजगीर-चांपा जिले में बड़े गोबर घोटाले हुआ हैं। इससे बीजेपी के आरोप सही साबित हो रहे हैं। वही अधिकारी अब अपना पल्ला झाड़ने के लिए छोटे कर्मचारियों पर कार्यवाही कर रहे हैं। अपने जिम्मेदारी के बचने के लिए पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया हैं। बताया जा रहा हैं कि, नवगढ़ ब्लाक में अधिकतर स्थानों में गोबर खरीदी में लापरवाही बरती गई हैं या यूं कहें खरीदी में घोटाला किया गया हैं। इससे जिले में भी बड़ा गोबर घोटाला सामने आ रहा हैं। हालांकि, अधिकारी कुछ बोलने से बचने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, पंचायत सचिव की निलंबन की कार्रवाई से यह साबित होता हैं कि जरूर गोबर खरीदी में घोटाला हुआ हैं। अब जिला पंचायत सीईओ ने कार्यवाही कर यह साबित कर दी हैं कि जिले में गोबर घोटाला हुआ हैं। कार्यवाही के मामले में पूछने पर गोलमोल जवाब देकर मामले को रफा-दफा करना चाह रहे हैं। लेकिन, जिस तरह बीजेपी चुनाव के वक्त पर गोबर घोटाला को लेकर आक्रमक दिखाई दे रही है उसे लगता हैं कि, अब यह मामला ठंडा नहीं होने वाला हैं। आने वाले समय में बीजेपी जरूर इस मामले को जिले में भुनायेगी।
क्या हैं पूरा मामला...
जिला पंचायत सीईओ ने नवागढ़ ब्लाक के 4 पंचायतों के सचिव पर बड़ी कार्यवाही की हैं। बताया जा रहा हैं कि, सचिवों द्वारा गोबर खरीदी में बड़ा घोटाला किया गया हैं। इस तरह की लापरवाही पर जनपद पंचायत नवागढ़ के 4 पंचायत सचिव को गोबर खरीदी में लगातार लापरवाही पर निलंबित कर दिया गया हैं। पहले कारण बताओ नोटिस भी संबंधित पंचायत सचिव को जारी किया गया था। लेकिन, समय रहते अपना स्थिति नहीं सुधार पाए और गोबर खरीदी में प्रगति नहीं ला पाए। लगातार कार्य में असंतुष्टि पाए जाने पर जनपद पंचायत सीईओ नवागढ़ द्वारा निलंबन की अनुशंसा कर जिला पंचायत सीईओ को प्रतिवेदन भेजा था। जिसमें कार्यवाही करते हुए जिला पंचायत सीईओ ने निलंबन की कार्यवाही की हैं। इनमें ग्राम पंचायत नवापारा का सचिव बुधराम कश्यप, कर्रा प्रबोधनी साहू, सिउड़ उत्तम गोयल, चौराभांठा श्यामलाल प्रधान को किया गया हैं। निलंबन अवधि में जनपद कार्यालय में संलग्न रहेंगे और जीवन निर्वहन भत्ता देय होगा। कई पंचायत सचिव अब भी हैं रडार में। ऑनलाइन रिपोर्ट के आधार पर कई पंचायत सचिव की गोबर खरीदी में स्थिति ठीक नहीं हैं।जिसे जल्द नहीं सुधारा जाएगा तो उन पर भी होगी निलंबन की कार्यवाही शासन की महत्वपूर्ण योजना को संचालित करने में पंचायत सचिव कई तरह की लापरवाही बरत रहे हैं। जिसको लेकर प्रशासन ने कड़ी रुख अपनाते हुए निलंबन की कार्यवाही किया हैं।