जांजगीर चांपा। जांजगीर कोतवाली में पदस्थ आरक्षको का खुलेआम वसूली इस कदर बढ़ गया है कि उन्हें अपने वर्दी का भी ख्याल नहीं है. पुलिसिया डर दिखा कर आम लोगों से सरेआम पैसे की मांग कर रहे हैं. ऐसा लगाया है जैसे उन्हें अपने उच्च अधिकारियों से खुला छूट मिल गया है।
हाल ही में एक मामला जांजगीर कोतवाली के अंतर्गत ग्राम बनारी का सामने आया है. जहां एक कबाड़ी का काम करने वाले गरीब को महीने का खर्चा पानी पुलिस को नहीं देने पर जेल के हवा खाने मजबूर होना पड़ा। पुलिसिया कार्यवाही का डर दिखाकर अवैध शराब के केस में फंसा कर जेल भेज दिया गया। जब इसकी जानकारी परिजनों को हुई तो फरियाद लेकर जांजगीर चांपा विधायक व्यास कश्यप के पास पहुंचे, जहां विधायक ने ग्रामीणों की मांग पर कोतवाली पहुंचे और थाना प्रभारी से मांग की इस पर सही जांच हो. वही पुलिस के उच्च अधिकारियों से जांच कराने व उचित कार्यवाही के लिए आश्वासन दिया।
मामला जांजगीर कोतवाली के अंतर्गत ग्राम बनारी का है. जहां एक शख्स जिसका नाम पंचराम धीवर है. जो घूम घूम कर साइकिल में कबाड़ी लेने का काम करता था. जिस पर दो आरक्षक द्वारा 50 हजार की मांग की गई, जिस पर कबाड़ी पंचराम ने पैसे देने से मना कर दिया. तब दोनों आरक्षकों ने कबाड़ी को षड्यंत्र के तहत घर से उठाकर अवैध शराब बेचने के मामले में केस बनाकर जेल भेज दिया. जबकि ग्रामीण एवं परिजनों का कहना है कि पुलिस द्वारा पंचराम पर शराब बेचने के आरोप लगाया हैं, वह गलत है. पंचराम न तो शराब पीता, न हीं अवैध शराब बेचता। अपने परिवार के भरण पोषण के लिए कबाड़ी लेने का काम करता है। गांव में सीधा-साधा है आदमी है, नशा पानी से दूर रहता है। पुलिस जबरदस्ती पैसे की मांग की और नहीं देने पर उसे जूठे केस में फंसाया गया। बनारी गांव के सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण पुलिस के ऊपर कारवाई के विरोध में विधायक कार्यालय पहुंचकर अपनी फरियाद करते हुए पूरे मामले में कार्यवाही मांग की है।
आपको बता दे इस तरह और भी कई आरोप पुलिस के ऊपर लगते रहे है. कोतवाली पुलिस हमेशा की तरह चर्चा में रही है जिसके ऊपर पैसे लेनदेन के कई आरोप लगते रहे है। जिसके लिए वह चर्चित है. जब से कोतवाली में प्रवीण द्विवेदी थाना प्रभारी के रूप में पदस्थापना हुआ है तब से कोतवाली पुलिस बेलगाम हो गई है. आए दिन वर्दी का खौप दिखाकर आम लोगों को परेशान करते नजर आती है। अब देखना होगा पूरे मामले में पुलिस के उच्च अधिकार क्या कार्यवाही करते हैं।