रायपुर. झीरम नक्सल कांड पर भाजपा विधायक अजय चंद्राकर का बड़ा बयान सामने आया है। चंद्रकार ने कहा कि मंत्री कवासी लखमा से पूछताछ होनी चाहिए। मंत्री कवासी लखमा को सब जानकारी है। लखमा घटना के प्रत्यक्षदर्शी है। लखमा से सरकार को तत्काल इस्तीफा लेकर पूछताछ करनी चाहिए। झीरम के मामले में सिर्फ राजनीति ही होती रहे। कांग्रेस सिर्फ न्याय देने की बात कहती रही। पीड़ित परिवार को अब तक न्याय नहीं मिला। लखमा जिसे भी दोषी बताए उसे फांसी पर चढ़ा देना चाहिए।मुझे दोषी बताएं तो मुझे फांसी पर चढ़ा दें।
बता दे कि इस बयान के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गयी हैं क्योंकि अब तक झीरम मामलें में केवल जांच होती रही है, आरोपियों को सजा नही मिली हैं।
बता दे कि 25 मई 2013 को सुकमा के झीरम घाटी में नक्सलियों ने 31 कांग्रेसियों की हत्या कर दी थी। नक्सलियों की ये वारदात देश का सबसे भयानक मंजर था। 10 साल बाद आज 2023 में भी घटना की जांच चल रही है। जांच की कार्यवाही 10 साल से चल रही है। बकायदा इसके लिए आयोग का गठन भी किया गया। अभी जानकारी ये हैं कि झीरम जांच आयोग का कार्यकाल 6 माह के लिए बढ़ा दिया गया है।
अजय चंद्रकार ने कहा – जांच आयोग बनाने की जरूरत नहीं थी। झीरम का सत्य तो सामने हैं। कांग्रेस को राजनीति करनी है। अगर जांच पूरी हो गई तो राजनीति कैसे करेगी। कितनी ही कमेटियां बना दी गई ? किसकी जांच पूरी हुई ? जब प्रत्यक्षदर्शी सरकार में मंत्री है तो उनका इस्तीफा लेकर उनसे पूछताछ होनी चाहिए। कवासी लखमा को तो सब पता है। उनसे बंद कमरे में रोज पूछताछ होनी चाहिए। वो जिसे दोषी बताए उन्हें फांसी पर लटका देना चाहिए। मुझे दोषी बताते हैं, तो मुझे फांसी पर लटका दे। इस मामले में सिर्फ राजनीति हो रही है। कांग्रेस सरकार आने के बाद पीड़ित परिवार को क्या मिला ? जांच आयोग का कार्यकाल बढ़ाने से कुछ नहीं होगा ?