@संजय यादव
जांजगीर चांपा। सैफ अली खान पर हमले के मामले में गलती से हिरासत में लिए गए शख्स की जिंदगी बुरी तरह प्रभावित हुई। उन्हें नौकरी और शादी का प्रस्ताव दोनों खोना पड़ा, जबकि बाद में असली आरोपी को ठाणे से गिरफ्तार किया गया। आकाश अपनी दादी से मिलने मुंबई से जांजगीर आ रहा था। तभी दुर्ग स्टेशन रेलवे पुलिस में संगदिग्ध समझ कर गिरफ्तार कर लिया, आकाश की दादी तुलसा बाई यादव ने बताया आकाश काम से मुंबई में ही रहता है, हमसे बहुत कम बातचीत होती है आना-जाना भी हमारे पास कम है, लेकिन उन्हें रेलवे पुलिस दुर्ग में संदिग्ध मानकर पकड़ लिया जिसका खमियाजा अब उसे भुगतान पड़ रहा है।
बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर उनके घर पर हुए हमले की जांच में मुंबई पुलिस ने गलती से एक दूसरे व्यक्ति आकाश कैलाश कनौजिया को संदिग्ध समझ कर हिरासत में ले लिया था। लेकिन पुलिस की इस गलती की सजा आकाश को भुगतनी पड़ रही है। आरोपी समझ कर जिसे हिरासत में लिया गया था उसे नौकरी से निकाल दिया गया है। आकाश को 18 जनवरी को दुर्ग रेलवे स्टेशन से रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने उस वक्त हिरासत में लिया, जब वे मुंबई से छत्तीसगढ के जांजगीर अपनी बीमार दादी से मिलने जा रहे थे। इस दौरान उन तस्वीरें मीडिया में टेलीकास्कीट की गईं, जिससे उनकी इमेज को नुकसान पहुंचा।
आकाश के दादी ने बताया आरपीएफ ने न केवल उसे गिरफ्तार किया बल्कि उसकी तस्वीरें प्रेस रिलीज़ में शेयर कीं। टीवी चैनलों और मीडिया में यह खबर फैलने के बाद उसकी नौकरी चली गई और शादी का प्रस्ताव भी रद्द हो गया।
इस घटना का मुख्य कारण मुंबई पुलिस की ओर से आरपीएफ को भेजा गया गलत अलर्ट था, जिसमें आकाश को सैफ अली खान के घर पर हमले के आरोपी के रूप में संदिग्ध बताया गया। हालांकि, वास्तविक आरोपी शरीफुल इस्लाम शहजाद को बाद में मुंबई पुलिस ने ठाणे से गिरफ्तार कर लिया गया।
आकाश ने पुलिस को अपनी निर्दोषता साबित करने के लिए सीसीटीवी फुटेज जांचने और उनके परिजनों से बात करने का अनुरोध किया, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। हिरासत से रिहा होने के बाद आकाश के दादी ने बताया कि उसकी मां बेहद चिंतित थीं, और मेरी दादी ने बताया कि शादी के प्रस्ताव वाले परिवार ने इस घटना के बाद मुझसे मिलने से इनकार कर दिया।