जांजगीर चांपा। जांजगीर चांपा कलेक्टर आकाश छिकारा ने लोगों से संवाद,संपर्क एवं समाधान के लिए 24*7 संवाद पोर्टल जारी किया है। जिसमें जिले के नागरिक किसी भी समस्या को लेकर शिकायत एवं सुझाव दे सकते हैं। लेकिन कलेक्टर के अधीनस्थ कर्मचारी इस शिकायत पोर्टल को हल्के में ले रहे हैं। जिस गंभीरता से कलेक्टर द्वारा 24 * 7 संवाद पोर्टल शुरू कर लोगो का समस्या का निराकरण कर रहे हैं। उसमे नगर पालिका जांजगीर नैला के सीएमओ द्वारा कलेक्टर को गुमराह कर गलत जानकारी दी जा रही है। अधिकारियों द्वारा निराकरण का आंकड़ा बढ़ाने के लिए लोगों को गुमराह किया जा रहा है।
पूरा मामला वार्ड नंबर 8 का है। शिव मंदिर समिति द्वारा आम रास्ता को बाधित एवम कब्जा कर अवैध मंदिर के सामने पोर्च का निर्माण कर दिया गया है। जिसके चलते रोड सकरा हो गया है. आने जाने वालो को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिससे चलते यहां अक्सर एक्सीडेंट होते रहता है.मोहल्ला वासियों ने बताया कि एक आदमी का मौत भी हो चुका है,तो कई लोगो का हाथ पैर भी टूट गया है। इसकी शिकायत मोहल्ले वासियों द्वारा कलेक्टर एवं नगर पालिका अधिकारियों से भी किया गया था। लेकिन वर्षों बीत जाने के बावजूद अभी तक समस्या का हल नही निकाल पाया है। मोहल्ले वासियों द्वारा बीमार होने या पर हाथ,पैर टूट जाने पर घर तक चार पहिया वाहन नहीं जा पाता। इसको लेकर गंभीर समस्या बनी हुई है। कुछ दिन पहले तहसीलदार,नपा अधिकारी मंदिर समिति से चर्चा कर समस्या का हल निकालने की कोशिश किए लेकिन किसी प्रकार का हल नहीं निकाल पाया। अब जब इसकी शिकायत कलेक्टर द्वारा बनाएं संवाद 24 * 7 से किया गया, उसमे भी समस्या का हल नहीं हुआ है। उल्टा नगर पालिका सीएमओ द्वारा समस्या का निवारण होना बता कर कलेक्टर को गलत जानकारी दे दी गई । जो निराधार एवम झूट है। लेकिन अभी तक इस समस्या का हल नहीं हो पाने से समस्या बना हुआ है। अब कलेक्टर को गलत जानकारी देने पर नगर पालिका सीएमओ पर क्या कार्यवाही होती है यह आने वाला समय ही पता चल पाएगा। अधिकारी अपनी गलती स्वीकार करते हुए मामले में नगर पालिका अधिकारी प्रहलाद पांडे का कहना है कि नगर पालिका से संबंधित समस्या का अंबार है जिसके चलते हड़बड़ी में यह जानकारी दी गई होगी जब समस्या नहीं हुआ है तो गलत जानकारी देना गलत है। इसमें सुधार की जाएगी। हालांकि यह विषय कलेक्टर तक पहुंच गया है। देखना होगा इतनी बड़ी गलती अधिकारी से कैसे हो गई। लेकिन जिस गंभीरता से जिले के कलेक्टर द्वारा इस पोर्टल को शुरू किया गया है। उसमे जिले के समस्याओं का हल तो हो रहा है। लोगों की समय की भी बचत हो रही है। लेकिन कलेक्टर के अधीनस्थ कर्मचारी इसको गंभीरता से नहीं ले रहे है। लेकिन कलेक्टर द्वारा प्रत्येक टी एल की बैठक में सबसे पहले चैट बाट पोर्टल की ही चर्चा होती है। और उसमें समस्या का समाधान करने के लिए कलेक्टर द्वारा अधिकारियों को निर्देशित किया जाता है। इसके पहले भी दर्जनों ऐसे समस्या का हल चाटबॉट के द्वारा किया गया है।