Ayodhya Loksabha Result 2024: राम मंदिर के बाद भी क्यों हुई अयोध्या में BJP की हार? बीजेपी के प्रति जनता का रुझान

Ayodhya Loksabha Result, Loksabha Election Result, Loksabha Result 2024, Ayodhya Seat in Loksabha Election 2024 : बसपा का दलित वोट, ओबीसी और ब्राह्मण-ठाकुर वोटों की एकता भी इंडी गठबंधन के पक्ष में रही है।

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Ayodhya Loksabha Result 2024, Loksabha Election Result, Loksabha Result 2024, Ayodhya Seat in Loksabha Election 2024 : फैजाबाद( Ayodhya)लोकसभा. 400 पर का नारा देने वाले एनडीए (BJP) अपने उस लोकसभा को बचा पाने में असफल रही. जिसको लेकर वो पूरे देश में प्रचंड बहुमत से जीत के दावे कर रही थी. उत्तर प्रदेश की अयोध्या मतलब फैजाबाद सीट से एनडीए के प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है. लोकसभा में ये हार बीजेपी के लिए शर्मनाक तो इंडिया गठबंधन के लिए ऐतिहासिक जीत बन गई है…

Ayodhya Loksabha Result 2024 : अयोध्या चुनाव 2024 भव्य राम मंदिर के बाद बीजेपी का गिरना

भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण सीट के रूप में माना जाने वाला अयोध्या चुनाव में बीजेपी के लिए चुनौती का सामना कर रहा है। भव्य राम मंदिर के निर्माण और विकास प्रोजेक्ट्स के बावजूद, इंडी गठबंधन और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अवधेश प्रसाद ने बीजेपी के प्रत्याशी लल्लू सिंह को पीछे छोड़ दिया, एनडीए के प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है।

Ayodhya Loksabha Result 2024 : मुख्य कारण

जातिगत समीकरण और विकास के विरोध

अयोध्या में जमीनों का अधिग्रहण और विकास प्रोजेक्ट्स के दौरान जातिगत समीकरण की आलोचना हो रही है, जिससे जनता में नाराजगी है।

Ayodhya loksabha Result 2024 : कांग्रेस और सपा के संयोग

कांग्रेस और सपा के गठबंधन ने इस बार अपनी राजनीतिक जागीर बचाने के लिए काम किया है। इससे इंडी गठबंधन को मुस्लिम वोट का समर्थन मिला है।

Ayodhya loksabha Result 2024 : बसपा का समर्थन

बसपा का दलित वोट, ओबीसी और ब्राह्मण-ठाकुर वोटों की एकता भी इंडी गठबंधन के पक्ष में रही है।

महंगाई और बेरोजगारी का मुद्दा

महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे भी चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

अयोध्या के चुनाव परिणाम उत्तर प्रदेश की राजनीतिक परिस्थितियों को बदल सकते हैं। इस बार के चुनाव से स्पष्ट हुआ कि बीजेपी को अपने पिछले प्रदर्शन को दोहराने की आवश्यकता है और उन्हें जनता की मांगों और आशाओं के साथ समर्थन करने की आवश्यकता है।