बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)..कहते है राजनीति हर किसी के बस की बात नही होती है..और राजनीति में बिरले ही ऐसे लोग होते है..जिनके कदम सफलता चूमती है..और लाख विरोध के बाद भी उन विरोधियों को नजरअंदाज करना भी शतरंज के खेल के जैसा ही होता है..राजनीति में कद और जनाधार का पैमाना अपनी एक अहम स्थान रखता है..और कुछ ऐसा ही हुआ राज्य के अंतिम पड़ाव पर बसे रामानुजगंज नगर पंचायत के लिए प्रत्याशी चुनने की प्रक्रिया में..
दरअसल छत्तीसगढ़ व झारखंड की सीमा से सटे रामानुजगंज नगर पंचायत के लिए पार्षद पद के प्रत्याशी चयन प्रक्रिया के लिए भाजपा को काफी मशक्कत करनी पड़ी..जिम्मेदार नेताओ को अपनो से ही खरी खोंटी सुन्नी पड़ी.और कल रात पार्टी के आला नेताओं के हस्तक्षेप के बाद पार्टी की परंपरा गत सीट से भाजपा ने वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल को वार्ड क्रमांक 10 से टिकट दे दिया..लेकिन इस प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया के दौरान एक चूक यह हो गई ..की इसी वार्ड से लगातार 3 वर्षो तक पार्षद रहे कृष्णा गुप्ता का टिकट काट दिया गया..जिसके बाद अब भाजपा में बगावती सुर ने जन्म ले लिया है..
बता दे कि कल रामानुजगंज भाजपा कार्यालय में वर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष रमन अग्रवाल का कुछ कार्यकर्ता विरोध करते हुए..रमन विरोधी नारे लगा रहे थे..इस दौरान पार्टी कार्यालय में जिलाध्यक्ष शिवनाथ यादव भी मौजूद रहे..और विवाद की स्थिति भी निर्मित हुई..जिसके बाद जिलाध्यक्ष शिवनाथ यादव पार्टी कार्यकर्ताओं को रमन को टिकट नही देने का आश्वासन देकर बलरामपुर पहुँचे थे..जहाँ प्रत्याशियों की फाइनल सूची तैयार कर ली गई थी..और उस सूची पर प्रत्याशी चयन समिति के प्रभारी कृष्णा राय, भाजपा के संगठन मंत्री पवन साय, राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम की भी निगाहे टिकी हुई थी..और फिर सियासी दांव खेल -खेला गया..और प्रत्याशियों की सूची में रमन अग्रवाल का नाम शुमार हो गया..
वही जैसे ही पार्टी की अधिकृत प्रत्याशियों की सूची जारी हुई..वैसे ही भाजपा दो फाड़ में बंट गई..एक पदाधिकारी ने तो जिलाध्यक्ष शिवनाथ यादव को यहाँ तक कह दिया ..की नगर की 15 सीटों में से केवल इकलौते रमन ही चुनाव जीत कर आएंगे..नेता जी की इस बात के एक नही अनेक सियासी मायने है..जो समय से पहले पार्टी को सम्हलने की ओर इशारा कर रही थी..
बहरहाल जिले की 4 नगर पंचायतों व 1 नगर पालिका के लिए भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है.. लेकिन एक नगर पंचायत के प्रत्याशी चयन प्रक्रिया के लिए काफी माथापच्ची हुई..और अब बगावती सुर भी उठने लगे है..