हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसको पढ़ने के बाद में आप खुद हैरान हो जाएंगे। जी हां, यह मामला ही कुछ ऐसा है कि जिस पर सहज विश्वास नहीं होता है। जैसा कि आप जानते ही होंगे कि जिसको पुलिस का संरक्षण प्राप्त हो उसे परेशानी ही नहीं होती। यह बात भी इस मामले में पूरी तरह से सही बैठती है। सबसे पहले हम आपको बता दें कि यह मामला मध्यप्रदेश के जबलपुर के ओमती क्षेत्र का है यहां की एक बीयर शॉप से एक व्यक्ति ने बीयर खरीदी पर जब दुकानदार ने उससे ज्यादा पैसे काट लिए, तो उसने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत कर दी, पर पुलिस की बीयर शॉप के मालिक के साथ सांठ-गांठ ने कुछ ऐसा खेल खेला कि बेचारे ग्राहक को ही माफी मांगकर जैसे-तैसे अपनी जान छुड़ाकर भागना पड़ा, आइए आपको बताते हैं इस पूरे प्रकरण को।
हुआ यह था कि राकेश दाहिया (बदला हुआ नाम) जबलपुर के सिविल लाइंस क्षेत्र में रहता है। उसने ओमती नगर की दुकान से एक बीयर खरीदी थी, जिसका प्रिंट रेट 160 रूपए था, पर दुकानदार ने उससे 170 रूपए काटे जिसके कारण उसकी बीयर शॉप के मालिक से बहस भी हुई। इस बात को लेकर राहुल ने अपनी शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर कर दी थी। शिकायत के निस्तारण हेतु भोपाल से फोन ओमती नगर थाने में आया। अब पुलिस को इस मामले में कुछ करना था ही तो पुलिस ने राहुल को थाने में बुला लिया और कार्यवाही के लिए कोई सबूत न होने की बात कहकर उसको समझाया कि तुम उस दुकान से दोबारा बीयर खरीदने जाओ और इस बार पक्की रसीद लेना। जब दुकानदार तुमको ज्यादा पैसे की रसीद बना कर दे रहा होगा, तो हम पीछे से छापा मार देंगे। पहले तो राहुल ने मना किया, पर जब पुलिस ने उस पर दबाव बनाया तो वह चला गया बीयर की उसी शॉप पर और 200 रूपर देकर उसने एक बीयर का ऑर्डर दिया और इस बार दुकानदार ने राहुल को ईमानदारी से प्रिंट रेट 160 पर बीयर दी और बाकी के 40 रूपए उसको लौटा दिए। इससे पहले की वह दुकानदार से कुछ कह पाता कि पुलिस वहां आ पहुंची और सही रेट के पैसे काटते देखकर पुलिस उल्टे राहुल को ही डांटने डपटने लगी। उधर दुकानदार भी राहुल के सिर चढ़ बैठा। अब तक राहुल को पुलिस तथा बीयर शॉप के मालिक की मिली भगत की बात समझ आ चुकी थी। पुलिस ने राहुल की खरीदी बीयर तथा 200 रूपए भी जब्त कर लिए तथा उस पर झूठी शिकायत करने के आरोप में उल्टा कार्यवाही करने की बात कही, जिससे राहुल घबरा गया और उसने अपने एक मित्र वकील को फोन किया। कुछ समय बाद में वकील तथा राहुल पुलिस से बहस करने के बाद में अपने सिर पर पैर रख कर भागते दिखाई दिए। इस प्रकार से बीयर शॉप और पुलिस की मिली भगत से एक आम नागरिक का विश्वास कानून पर कितना कम हुआ होगा उसका अंदाजा आप लगा ही सकते हैं।