गरियाबंद. झुण्ड से बिछड़ा नन्हा हाथी आखिर जिंदगी से जंग हार गया और उसकी मौत हो गई. जिसके बाद वन विभाग ने हाथी के शव को दफना दिया है. बता दें की, बीते 12 नवंबर को एक हाथी का बच्चा अपने झुण्ड से बिछड़कर गांव आ पहुंचा था. जिसके गले में घाव हो गया था. जिससे नन्हा हाथी कुछ भी खाने पीने में असमर्थ हो गया था.
जिसकी सुचना पर वन विभाग ने रायपुर से विशेषज्ञों की टीम और तमोर पिंगला से महावत बुलाया था. जिनके द्वारा हाथी के बच्चे का उपचार किया जा रहा था. इस दौरान 15 दिन बाद बिछड़े हाथियों के झुण्ड वापस आकर बच्चे को अपने साथ ले गए. इसी दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गई.
नन्हे हाथी का इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक, हाथी का जख्म भरने के करीब था. लेकिन रास्ते में तबीयत बिगड़ने से उसकी मौत हो गई. बताया जा रहा है की हाथी की मौत जख्म में इन्फेक्शन के कारण हुई है. फ़िलहाल, वन विभाग ने हाथी के शव को ओढ़ गांव में दफना दिया है.
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