जांजगीर चाम्पा। जिला शिक्षा अधिकारी ने साफ शब्दों कहा है कि जिले प्राइवेट स्कूल संचालक स्कूलों में नॉन Bed एवं D.Ed शिक्षक, शिक्षकों से अध्ययन कार्य नहीं ले सकते.अगर जिन प्राइवेट स्कूल संचालक नॉन B.Ed व D.Ed शिक्षक शिक्षकों से अध्ययन कार्य ले रहे हैं उन स्कूलों संचालकों पर कार्रवाई की जाएगी. शिक्षक कार्य में गुणवत्ता लाने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा हैं. देखा गया है कि जिले के प्राइवेट स्कूलों में ज्यादातर नॉन बीएड व डीएड शिक्षक एवं शिक्षिका बच्चो को अध्ययन करा रहे हैं. शिक्षा के क्षेत्र में नॉन डीएड, बीएड शिक्षक शिक्षकों से अध्ययन कार्य लेना नियम के विरुद्ध है. ऐसे शिक्षक एवं शिक्षिका जो नान बीएड, डीएड वाले प्राइवेट स्कूल संचालकों को आसानी से कम सैलरी में मिल जाते हैं . जिसके कारण स्कूल संचालक इनको अध्ययन कार्य के लिए रख लेते हैं. जिसका सीधा असर स्कूल में अध्ययन कर रहे बच्चों पर पड़ता है. बिना अनुभव के ऐसे शिक्षक एवं शिक्षकों से अध्ययन ले रहे स्कूल संचालकों पर अब जिला शिक्षा अधिकारी सख्त नजर आ रहे हैं. शिक्षा अधिकारी ने इस पर निर्देश देते हुए कहा है कि ऐसे स्कूल संचालकों को नोटिस दिया जाएगा वही सभी शिक्षक एवं शिक्षकों का योग्यता के लिए जांच के लिए टीम बनाई जाएगी।
CG ब्रेकिंग: जिले के प्राइवेट स्कूल संचालकों पर होगी कार्यवाही… नॉन B.Ed, D.Ed शिक्षकों से अध्ययन कार्य लेने पर डीईओ सख्त…
बच्चों के शिक्षा में पड़ता है असर…
ऐसे स्कूल में जहां बच्चों पढ़ाई में गुणवत्ता नहीं होने पर बच्चों के शिक्षा में भी असर पड़ता है. वही स्कूल संचालक भी पैसे बचाने के चक्कर में बिना अनुभव एवं योग्यता के लोगों को शिक्षकीय कार्य में रख लेते हैं. जिले में पढ़ाई की स्तर में गिरावट का सबसे बड़ा कारण यह भी है. जिले के शिक्षा अधिकारी का साफ निर्देश है कि प्राइवेट स्कूलों में भी बिना D.Ed ,B.Ed योग्यता के शिक्षक स्कूल में अध्ययन कार्य नहीं करा सकते। और जहां इस तरह कार्य करा रहे हैं उन स्कूल संचालकों पर कार्रवाई की जाएगी।