Chhattisgarh News: दसवीं के होनहार छात्र ने लगा ली फांसी, कमरे में मिला सुसाइड नोट; मौत का कारण स्पष्ट नहीं…

Ambikapur News: सरगुजा जिले के अम्बिकापुर शहर के चांदनी चौक में किराए के मकान में रहकर कक्षा दसवीं की पढ़ाई कर रहे होनहार छात्र निश्चल पाण्डेय (16 वर्ष) द्वारा दरवाजा बंद कर फांसी लगा लिए जाने से सनसनी फ़ैल गई। छात्र ने ऐसा कदम क्यों उठाया इसका अभी खुलासा नहीं हो सका है। कमरे में पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है। जिसमें छात्र ने अपने माता-पिता से माफी मागंते हुए सॉरी लिखा और माता-पिता तथा बहन का ख्याल रखने का उल्लेख किया है। मगर पत्र में सुसाइड का कारण स्पष्ट नहीं है। मामला अम्बिकापुर कोतवाली थाना क्षेत्र का है।

इधर इकलौते पुत्र की मौत से परिवार में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पुलिस द्वारा शव कब्जे में ले सुसाइड नोट जब्त करते हुए पंचनामा पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। पुलिस व परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक सूरजपुर जिले के प्रतापपुर निवासी सत्यानंद पाण्डेय का इकलौता पुत्र निश्चल पाण्डेय शहर के चांदनी चौक निवासी आनंद हाड़ा के तीन मंजिला किराए के मकान के सबसे उपर के कमरे में निवास करते हुए ओरिएंट पब्लिक स्कूल में कक्षा दसवीं की पढ़ाई कर रहा था।

स्कूल नहीं गया, मोबाइल बताया बंद

पुलिस व परिजनों ने बताया कि छात्र निश्चल पाण्डेय घटना दिवस को स्कूल नहीं गया था। उसने माता-पिता से यह कहा था कि जब भी बात करनी हो छह बजे के बाद ही फोन लगाएं। पिता ने बताया कि उन्होंने कल शाम 6 बजे पुत्र के मोबाइल में फोन लगाया तो मोबाइल बंद बताया। काफी देर कोशिश करने के बाद उन्होंने बौरीपारा में रहने वाले रिश्तेदार सर्वेश मिश्रा को पुत्र के पास भेजा तो घटना का पता चला।

चश्मा, हेडफोन लगे झूलता मिला शव

पुलिस के मुताबिक रिश्तेदार सर्वेश मिश्रा किराए के मकान में पहुंचे और शोर मचाया तो भीतर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। काफी कोशिश करने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो अनहोनी के भय से मकान मालिक को सूचना दी गई। जब रोशनदान से झांक कर देखा गया तो निश्चल पाण्डेय को पंखे के सहारे फांसी पर झूलता देखा और दरवाजा तोड़ कर उसे नीचे उतार पुलिस को सूचना दी गई। कमरे में कंप्यूटर भी चालू था।

मेधावी था मेरा पुत्र

मृतक के पिता सत्यानंद पाण्डेय ने कहा कि उनका पुत्र निश्चल पाण्डेय पढ़ने में काफी होशियार था। दसवीं की आंतरिक परीक्षा में उसने बेहतर अंक अर्जित किया था। परिवार में बड़े पिताजी की तीन पुत्री व उनकी एक पुत्री के बीच वह इकलौता पुत्र था। सभी उससे काफी स्नेह करते थे। नाबालिग पुत्र द्वारा उठाए गए इस कदम से समूचा परिवार सदमे में है। उसने किन कारणों से यह आत्मघाती कदम उठाया। इसका पता नहीं चल सका है। पुलिस द्वारा मृतक की मोबाइल भी जब्त की गई है और मामले की जांच की जा रही है।

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