राजपुर (पूरन देवांगन) बलरामपुर जिले के राजपुर फारेस्ट रेंज मे चार अलग अलग क्षेत्रों में हाथियों ने ग्रामीणों का जीना मुश्किल कर दिया है,,, आधे सैकड़ा से अधिक हाथी ने घूम घूमकर लोगो के घरों, खलिहानों में रखे अनाज, खेतो में खड़े फसलों को भारी क्षति पहुंचा रहे हैं,,, हाथियों के भय से ग्रामीण रात भर रतजगा कर अपने को सुरक्षित स्थानों में ठिकाना जमाने को मजबूर हैं।
विगत एक माह से क्षेत्र में डटे हाथियों के दल राजपुर क्षेत्र में घूम-घूम कर आतंक मचा रहे हैं,,, जंगली हाथी के चार अलग-अलग दलों ने क्षेत्र के अलग-अलग जगहों पर ग्रामीणों के संपत्तियों का नुकसान करने के साथ साथ फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं।पिछले एक माह से 24 हाथियों के दल ने कई क्षेत्रों में तबाही मचाने के बाद दुप्पी के जंगलों में डटे हुए हैं,,,, 24 हाथियों के दल दुप्पी क्षेत्र के चौरा नरसिंहपुर व मरका डाँड़ के गांवों को प्रभावित कर रहे हैं तो वही बुधवार को लुंड्रा क्षेत्र से पहुँचे 28 हाथियों के दल चांची बिट के ग्राम चांची,डकवा,सुपकोना,मंदरी डाँड़,खुखरी,उधवा कटरा के गांवों को प्रभावित कर रहे हैं,,,, वहीँ दो हाथियों ने नरसिंहपुर,धंधापुर,रेवतपुर,चि लमा में अपना आतंक मचाये हुए हैं,,, दल से बिछड़े एक हाथी कारवां व गोपालपुर में लोगो के सम्पति को नुकसान पहुंचा रहा है,,, बुधवार की रात 55 हाथियों के दल अलग अलग क्षेत्रों में 6 लोगो के घरों को तोड़ने के बाद 14 लोगो के फसलों को भारी नुकसान पहुँचाया है, जबकि 4 लोगो के खलिहानों में रखे अनाज को हाथियो ने अपना भोजना बना लिया है,,,,
क्षेत्र में इतने हाथियों की धमक से ग्रामीणों में भय का वातावरण निर्मित है वे रतजगा कर अपने पूरे परिवार सहित सुरक्षित ठिकानों की ओर कूच कर रहे हैं।इतनी बड़ी संख्या में हाथियों के पहुंचने के बाद भी वन अमला हाथी प्रभावित क्षेत्रों में कुछ कर पाने में नाकाम है,,, विभाग के अधिकारी कर्मचारी हाथियों प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच कर केवल मुवावजा की प्रकरण तैयार करने में लगे है,,,